बादलों की उमड़-घुमड़ से किसानों की उड़ी नींद
रबी सीजन के अंत में जहां गेहंू की कटाई व मड़ाई अंतिम दौर में चल रही है, वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार को पूरे दिन आसमान में बदलों के उमड़ने-घूमड़ने से किसानों की आंखों की नींद उड़ गया है। साथ ही साथ आसमान में...
रबी सीजन के अंत में जहां गेहंू की कटाई व मड़ाई अंतिम दौर में चल रही है, वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार को पूरे दिन आसमान में बदलों के उमड़ने-घूमड़ने से किसानों की आंखों की नींद उड़ गया है। साथ ही साथ आसमान में बादलों के बीच पुरवा हवा भी चलता रहा। मौसम के अचानक परिवर्तन से एक तरफ जहां लोगों को गर्मी व उमस से राहत मिला है, वहीं दूसरी तरफ किसान तेजी के साथ खेतों में गेहूं की कटाई मड़ाई में जुट गए हैं।अप्रैल माह में मौसम का मिजाज पल-पल में बदल रहा है। इसकी वजह से कभी तेज धूप तो कभी छांव के कारण लोगों की दिनचर्या काफी प्रभावित हो रही है। वर्तमान समय में रबी सीजन चल रहा है, ऐसे में मधुबन, दोहरीघाट, गोंठा, मुहम्मदाबाद गोहना, रतनपुरा, हलधरपुर, कोपागंज, चिरैयाकोट, पहसा आदि ग्रामीण अंचलों में किसान तेजी के साथ गेहूं फसल की कटाई व मड़ाई में जुटे हुए हैं। लेकिन इस बीच शुक्रवार को अचानक मौसम के करवट लेने से उनकी रातों की उड़ गयी है। किसानों को मशीन से कटाई व थ्रेशर से मड़ाई के दौरान भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों को डर सता रहा है कि अगर मौसम का मिजाज गड़बड़ हुआ तो उनकी पूरे साल की कमाई खत्म हो जाएगा। कोरौली निवासी किसान सतेन्द्र कुमार, वीर प्रताप यादव, सूर्यभान आदि का कहना है कि अगर मौसम का मिजाज ज्यादा गड़बड़ हुआ तो उनकी पूरे साल की कमाई पर पानी फिर जाएगा। फिलहाल वर्तमान में किसान तेजी के साथ फसलों की कटाई व मड़ाई में लगे हुए हैं।