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रोज व्यायाम से पहले चुकंदर का रस पिएं, दिमाग रहेगा जवान

उत्तरी कैरोलीना स्थित वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी में हाल ही में हुए एक शोध में कहा गया है कि रोजाना हल्का व्यायाम करने से पहले चुकंदर का जूस पीना मस्तिष्क को जवां बनाए रख सकता है। विशेषज्ञों का कहना है...

रोज व्यायाम से पहले चुकंदर का रस पिएं, दिमाग रहेगा जवान
एजेंसीFri, 21 Apr 2017 11:51 AM
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उत्तरी कैरोलीना स्थित वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी में हाल ही में हुए एक शोध में कहा गया है कि रोजाना हल्का व्यायाम करने से पहले चुकंदर का जूस पीना मस्तिष्क को जवां बनाए रख सकता है। विशेषज्ञों का कहना है यह डिमेंशिया के खतरे को कई गुना कम करने में मददगार होगा। 

हल्के व्यायाम से पहले चुकंदर का रस पीने से मस्तिष्क के वे हिस्से प्रभावित होते हैं जो भावनाओं, संज्ञानात्मक क्रियाओं और गति के लिए जिम्मेदार होते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि चुकंदर के रस में नाइट्रिक ऑक्साइड होता है, जो व्यायाम में सहायक होता है और मस्तिष्क तक खून का संचार सामान्य बनाए रखने में मदद करता है। 

यह हमारे शरीर के उन हिस्सों में पहुंचने की ताकत रखता है, जहां ऑक्सीजन की जरूरत होती है या जो हाईपॉक्सिक होते हैं। हमारे शरीर में मस्तिष्क को भी ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। 
इस शोध से ऐसे मामलों में मदद मिल सकती है, जिनमें मस्तिष्क का संतुलन बिगड़ने के कारण शरीर का कामकाज प्रभावित होने लगता है। 

ऐसा ज्यादा उनके साथ होता है जिनके परिवार में डिमेंशिया का इतिहास रहा है। विशेषज्ञों ने इस नतीजे तक पहुंचने के लिए 55 साल तक की उम्र के 26 पुरुष व महिलाओं के आंकड़ों पर शोध किया। 

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शोधकर्ताओं ने देखा के 50 मिनट ट्रेडमिल पर चलने वाले प्रतिभागियों ने व्यायाम  से पूर्व चुकंदर का रस पिया और उनके मस्तिष्क का समान्य स्तर पर देखने को मिला। क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के शोधकर्ताओं का इसी संदर्भ में कहना है कि रोजाना 250 मिली लीटर चुकंदर का रस हमारे मस्तिष्क की सेहत के लिए पर्याप्त होगा।

मस्तिष्क को जवां रखने के लिए विशेषज्ञ तलाश रहे नुस्खे

सदा-सर्वदा के लिए जवां रहने की चाहत हर किसी में होती है, मगर इसका नुस्खा नहीं होता है। विशेषज्ञ भी इसके लिए काफी समय से प्रयासरत हैं। अमेरिका में हुए दो शोध बताते हैं कि मस्तिष्क पर उम्र का प्रभाव कम करने से ही बढ़ती उम्र की कई समस्याओं से निजात मिल सकती है। कैलीफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और उत्तरी कैरोलीना की वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी ने यह शोध किए हैं जो हमारे मस्तिष्क की सेहत से जुड़ हुए हैं।

नोट : इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य व सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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