दुर्गम पहाड़ों पर पर्यटन को सुगम बनाएंगे फर्नकुलर
प्रदेश के पर्यटन और सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सरकार प्रदेश को पर्यटन हब बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए योजना बनाई जा रही है। प्राथमिकता के क्रम में इन्हें अमली जामा पहनाया जाएगा।...
प्रदेश के पर्यटन और सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सरकार प्रदेश को पर्यटन हब बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए योजना बनाई जा रही है। प्राथमिकता के क्रम में इन्हें अमली जामा पहनाया जाएगा। प्रदेश में इको टूरिज्म, एडवेंचर, धार्मिक, योग पंचकर्म, आयुर्वेद पर्यटन की शुरुआत की जाएगी। राज्य अतिथि गृह में रविवार को हुई पत्रकार वार्ता में काबीना मंत्री ने कहा कि प्रदेश में विलेज टूरिज्म को सार्थक कर ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ा जाएगा, जो पलायन रोकने में मददगार होगा। प्रदेश के जागेश्वर, पंचकेदार, वैष्णव, पंचबद्री, गोलू मंदिरों के धार्मिक सर्किट बनाए जाएंगे। होटल की दरें तय करने के लिए स्टार कैटेगिरी शुरू की जाएगी। टूरिज्म विकास में हर वर्ग का ध्यान रख होटल की व्यवस्था होगी। पर्यटक स्थलों के लिए हवाई, ट्रेन सेवा, बस सेवा की बेहतरी के प्रयास किए जाएंगे। हेरिजेट टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इको टूरिज्म के तहत स्विटजरलैंड, पोलैंड, ऑस्ट्रेलिया की तर्ज पर फर्नकुलर (ट्रेन की पटरीनुमा ट्रैक पर चलने वाली रोप-वे) को सार्थक किया जाएगा। भौगोलिक स्थिति अनुरूप रोप-वे, कंडाली भी लगाए जाएंगे। हरिद्वार आरती को भव्य बनाया जाएगा। होलोग्राफी प्रोजेक्ट से आरती को प्रसारित किया जाएगा। सिंचाई के सवाल पर कहा कि जमरानी मामले में कवायद शुरू कर दी गई है। शीघ्र डीपीआर बनाई जाएगी। पीपीपी मोड में योजनाओं को अमली जामा पहनाया जाएगा। पहाड़ी व्यंजन, वनस्पति और बुरांश को पर्यटन से जोड़ा जाएगा। इस मौके पर अरविंद पडियार, भुवन हर्बोला, राहुल आदि रहे।