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मुश्किल : 250 सौ किलो वजन घटाने पर भी खड़े होने की नौबत नहीं

मिस्र की इमान अहमद ने यहां के सैफी अस्पताल में अपने मोटापे का इलाज कराते हुए 262 किलोग्राम वजन कम किया है। इसके बावजूद अंदेशा है कि वह कभी चल नहीं पाएंगी। डॉक्टरों का कहना है कि अर्से से बिस्तर पर...

मुश्किल : 250 सौ किलो वजन घटाने पर भी खड़े होने की नौबत नहीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 15 Apr 2017 06:39 PM
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मिस्र की इमान अहमद ने यहां के सैफी अस्पताल में अपने मोटापे का इलाज कराते हुए 262 किलोग्राम वजन कम किया है। इसके बावजूद अंदेशा है कि वह कभी चल नहीं पाएंगी। डॉक्टरों का कहना है कि अर्से से बिस्तर पर पड़े रहने के कारण इमान की मांसपेशियां काफी कमजोर हो गई हैं। वह तंत्रिकाओं से जुड़ी नई चुनौती का सामना कर रही हैं।

इमान यहां आने से पहले दुनिया की सबसे मोटी महिला थीं। उनका वजन करीब 500 किलोग्राम था। वह 11 फरवरी को एक चार्टर्ड विमान से यहां इलाज के लिए आईं। तब से वह सैफी अस्पताल में जाने-माने बेरिएट्रिक सर्जन मुफज्जल लकड़ावाला और उनकी टीम की निगरानी में हैं। उनका वजन कम करने के लिए एक सर्जरी भी की गई है।

मांसपेशियां बेहद कमजोर
इमान का उपचार करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि इमान ढाई दशक से बिस्तर पर हैं। इस कारण उनके पैरों की मांसपेशियां काफी कमजोर हो गई हैं। इससे उनके चल पाने की उम्मीद काफी कम रह गई है। डॉक्टर लकड़ावाला ने कहा, इमान के मोटापे का उपचार पूरा हो चुका है। अब उनको तंत्रिका संबंधी समस्याएं हैं। तीन साल पहले वह लकवाग्रस्त हो गईं थीं। तबसे उनकी मांसपेशियों में बेहद कम गतिविधि हुई। इसने तथा बाद में बढ़े वजन ने उनकी सेहत संबंधी समस्याओं को जटिल बना दिया। 

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बैठने और झुकने में सक्षम
इमान की अब फिजियोथेरेपी की जा रही है। डाक्टर अब उनकी तंत्रिकाओं के पुनर्वास पर ध्यान दे रहे हैं। डॉक्टर लकड़ावाला ने कहा, अब वह बैठने और थोड़ा झुकने में सक्षम हैं। लेकिन उनका अपने पैरों पर चल पाना मुमकिन नहीं लग रहा है। लकड़ावाला ने कहा, जब इमान को मुंबई लाया गया था तब उनका वजन 498 किलोग्राम था। उनके अंगों की कार्यक्षमता पांच फीसदी थी जो अब 60 फीसदी हो गई है। 

अभी और कम होगा वजन
इमान थोड़ा बहुत अवसाद में भी हैं क्योंकि यहां उनसे बात करने वाला एकाध ही है। उन्हें अपने परिवार की कमी खलती है। गैर अरबी भाषा में उनसे बात करना और मुश्किल हो जाता है। लगभग आधा वजन कम हो जाने के बावजूद वह अब भी सीटी स्कैन मशीन में समा नहीं पा रहीं। इसलिए डॉक्टर उनका वजन 50 किलो और करने की योजना बना रहे हैं। 

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