अंतरराष्ट्रीय पंचाट का केंद्र बन रहा है भारत: प्रधान न्यायाधीश
भारत के प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर ने शनिवार को कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय पंचाट का एक केंद्र बन रहा है और इस प्रक्रिया में बिल्कुल हस्तक्षेप न करने की सरकार की पहल विदेशी व्यापारियों में विश्वास को...
भारत के प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर ने शनिवार को कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय पंचाट का एक केंद्र बन रहा है और इस प्रक्रिया में बिल्कुल हस्तक्षेप न करने की सरकार की पहल विदेशी व्यापारियों में विश्वास को बढ़ाएगी। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि विदेशी निवेश के चलते अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की संभावना बढ़ रही है।
दो दिवसीय गोष्ठी एंगेजिंग एशिया आर्बिट्रेशन समिट के उद्घाटन सत्र में प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की मेक इन इंडिया पहल देश में अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता (आईसीए) को प्रोत्साहन देगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार में नियोजन के उच्चतम स्तर पर इस दिशा में प्रयास जारी हैं कि अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की प्रक्रिया में सरकार या उसकी एजेंसियों का दखल न रहे। सरकार की ओर से बिल्कुल हस्तक्षेप न होने से भारत में विदेशी व्यापारियों को लगेगा कि यहां प्रक्रिया निष्पक्ष है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इससे देश में पंचाट में व्यापारियों का विश्वास बढ़ेगा। ये पहल आईसीए में शामिल सभी लोगों को विश्वास और भरोसे की बड़ी समक्ष प्रदान करेंगी। भारत में मध्यस्थता को प्रोत्साहन देने के लिए न्यायपालिका और सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए न्यायमूर्ति खेहर ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी एक निष्पक्ष देश से मध्यस्थ उपलब्ध कराने की एक सतत प्रक्रिया अपनाई है।
उन्होंने कहा कि इसलिए मेरे विचार में, ये दो पहल, एक सरकार द्वारा कोई भूमिका नहीं रखने की और दूसरी अदालतों द्वारा, जब वे किसी अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता में किसी निष्पक्ष देश से मध्यस्थ नियुक्त करती हैं, अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता में कारोबारी समुदाय में और विश्वास बढ़ाएंगी।