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गोवा के CM पर्रिकर बोले, कांग्रेस को कोई MLA नहीं करना चाहता समर्थन

रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके मनोहर पर्रिकर ने आज गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जहां वह गठबंधन सरकार की अगुवाई करेंगे। राज्य में तीन दिन पहले घोषित चुनाव परिणामों में आये खंडित जनादेश में...

गोवा के CM पर्रिकर बोले, कांग्रेस को कोई MLA नहीं करना चाहता समर्थन
एजेंसीTue, 14 Mar 2017 10:17 PM
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रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके मनोहर पर्रिकर ने आज गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जहां वह गठबंधन सरकार की अगुवाई करेंगे। राज्य में तीन दिन पहले घोषित चुनाव परिणामों में आये खंडित जनादेश में भाजपा सीटों के मामले में कांग्रेस के बाद दूसरे नंबर पर रही थी। लेकिन भाजपा ने दो दिन पहले ही राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। 

कांग्रेस को कोई विधायक सपोर्ट नहीं करना चाहता
सीएम पद की शपथ लेने के बाद मनोहर पर्रिकर ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के बाद समर्थन था तो वे लोग गवर्नर के पास क्यों नहीं गए थे। मनोहर पर्रिकर ने आगे कहा, ‘कांग्रेस को कोई विधायक सपोर्ट नहीं करना चाहता था, गोवा के लिए विकास के लिए बीजेपी को समर्थन दिया। पर्रिकर ने कहा, मैं मानता हूं कि किसी को पूर्ण बहुमत नहीं था, लेकिन यह चुनाव के बाद हुआ गठबंधन है।

उच्चतम न्यायालय के निदेर्शानुसार पर्रिकर को 16 मार्च को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। उन्होंने भाजपा के 13 विधायकों समेत 21 सदस्यों का समर्थन होने का दावा किया है। प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने आज कांग्रेस की अजीर् पर शपथ-ग्रहण समारोह पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और पर्रिकर को विश्वास मत हासिल करने का निदेर्श दिया, जिसके बाद उनके शपथ-ग्रहण का रास्ता साफ हो गया। 

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पीठ ने निदेर्श दिया कि सदस्यों के शपथ-ग्रहण के बाद विश्वास मत हासिल करने के लिए 16 मार्च को सुबह 11 बजे विशेष रूप से विधानसभा सत्र बुलाया जाए। पर्रिकर चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में लौटे हैं। हालांकि वह अपने पहले के तीनों ही कार्यकाल पूरा नहीं कर सके थे। उन्होंने रविवार को गठबंधन सरकार बनाने का औपचारिक दावा पेश किया था जिसके बाद उन्हें राज्यपाल मदुला सिन्हा की ओर से सदन में बहुमत साबित करने का निमंत्रण मिला।

राज्यपाल ने यहां राजभवन में एक समारोह में पर्रिकर को नौ विधायकों के साथ पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जिनमें दो सदस्य भाजपा के, तीन गोवा फॉरवर्ड पार्टी के और दो सदस्य महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के हैं। दो निर्दलीय विधायकों ने भी शपथ ली। उन्हें विश्वास मत हासिल करने के बाद मंत्रालय आवंटित किये जाएंगे। 

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा का मुख्यमंत्री बनने पर पर्रिकर को शुभकामनाएं दीं और आशा जताई कि वह राज्य को प्रगति की नयी उंचाइयों पर ले जाएंगे। बाद में संवाददाताओं से बातचीत में पर्रिकर ने विश्वास जताया कि उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने कहा, मैं गुरूवार को सदन में बहुमत साबित करंगा जिसके बाद कैबिनेट में शामिल किये गये मंत्रियों को मंत्रालय दिये जाएंगे। परसों सदन में बहुमत साबित करने की प्रक्रिया पूरी होगी।

पर्रिकर ने कहा कि क्षेत्रीय दल सरकार बनाने के लिए आगे आये और उन्होंने उनसे रक्षा मंत्री के रूप में इस्तीफा देकर राज्य की कमान संभालने को कहा। आईआईटी बंबई के पूर्व छात्र पर्रिकर ने कहा कि उन्हें कुल मिलाकर 22 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। सहयोगी दलों के जिन विधायकों ने पर्रिकर के साथ शपथ ली उनमें एमजीपी के रामकष्ण उर्फ सुदिन धवलीकर और मनोहर असगांवकर, जीएफपी के विजय सरदेसाई, जयेश सलगांवकर और विनोद पालेकर तथा निर्दलीय विधायक रोहन खौंटे एवं गोविंद गावडे हैं।

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शपथ लेने वाले दो भाजपा विधायकों में निवर्तमान उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा और पांडुरंग मदकाइकर हैं। शपथ-ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तथा वेंकैया नायडू उपस्थित थे। 

शक्ति परीक्षण में बहुमत साबित करने का है विश्वास: जेटली
गोवा में सरकार गठन का न्यौता नहीं देने की अल्पमत कांग्रेस की दलील को खारिज करते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि भाजपा को शक्ति परीक्षण के दौरान विधानसभा में बहुमत साबित कर लेने का पूरा विश्वास है। जेटली ने कहा कि चुनाव पश्चात त्रिशंकु विधानसभा बनने पर भाजपा ने 40 नवनिर्वाचित विधायकों में से जल्दी से 21 को पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के नेतत्व में सरकार गठन के पक्ष में साथ लिया जबकि 17 विधायकों वाली कांग्रेस अबतक न तो नेता का चुनाव कर पायी और न ही सरकार गठन का दावा।

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अपने दावे के पक्ष में उन्होंने दिल्ली के 2013 के विधानसभा चुनाव, जम्मू कश्मीर के 2002 के चुनाव और क्षारखंड के 2005 के चुनाव का हवाला दिया जहां भाजपा के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बावजूद उसे सरकारें बनाने के निमंत्रित नहीं किया गया। 

जेटली ने यहां संवाददाताओं से कहा, कांग्रेस पाटीर् इस बात को लेकर विरोध कर रही है कि उसके नेताओं को शपथ दिलाने के लिए गोवा की राज्यपाल द्वारा उसे निमंत्रित किया जाना चाहिए था। लेकिन कांग्रेस ने अबतक न तो नेता चुना है और न ही उसने गोवा की राज्यपाल के सामने दावा किया। उन्होंने कहा कि त्रिशंकु विधानसभा में भाजपा के 13 विधायकों समेत 21 विधायकों ने पर्रिकर का समर्थन किया है जबकि कांग्रेस महज 17 विधायकों के साथ है।

उन्होंने कहा, जब 21 (विधायकों) का स्पष्ट गठबंधन है जो बहुमत में है, यह गठबंधन राज्यपाल के सामने व्यक्तिगत रूप से पेश हुआ, उसने समर्थन के लिखित पत्र भी सौंपे हैं, ऐसे में कैसे राज्यपाल अल्पमत को निमंत्रित करते जब उनके सामने बहुमत का दावा है। 

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