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Hindi News18.50 करोड़ की आयकर चोरी के गड़बड़झाले का पर्दाफाश

18.50 करोड़ की आयकर चोरी के गड़बड़झाले का पर्दाफाश

आयकर विभाग ने एक कंपनी और उसके मालिक के घर पर छापेमारी कर करीब 18 करोड़ 50 लाख से ज्यादा के आयकर की चोरी का गड़बड़झाला पकड़ा है। स्थानीय आयकर विभाग ने इस बारे में रिपोर्ट चंडीगढ़ में निदेशक कार्यालय को...

18.50 करोड़ की आयकर चोरी के गड़बड़झाले का पर्दाफाश
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 05 Mar 2017 07:45 PM
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आयकर विभाग ने एक कंपनी और उसके मालिक के घर पर छापेमारी कर करीब 18 करोड़ 50 लाख से ज्यादा के आयकर की चोरी का गड़बड़झाला पकड़ा है। स्थानीय आयकर विभाग ने इस बारे में रिपोर्ट चंडीगढ़ में निदेशक कार्यालय को भेज दी है। निदेशक से आदेश आने के बाद विभाग अगामी कार्रवाई करेगा। 

आयकर विभाग की जांच शाखा को करीब एक माह से सूचना मिल रही थी कि सेक्टर-16ए के औद्योगिक क्षेत्र में आरआर कारवेल नाम की कंपनी में फर्जी बिल बनवाकर आयकर चोरी की जा रही है। मुखबिर की सूचना के बाद विभाग ने जांच करनी शुरू कर दी। जांच में पता चला कि कंपनी ने किसी फर्म से सामान के फर्जी बिल बनवाए हैं। 

सूचना पक्की होने पर आयकर विभाग की टीम ने 28 फरवरी को आयकर अधिकारी गौरव के नेतृत्व में छापेमारी कर दी थी। छापेमारी के दौरान आयकर विभाग की टीम ने जब रिकॉर्ड की जांच की तो पता चला कि कंपनी प्रबंधन ने आयकर बचाने के लिए खर्चे को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया हुआ है। इस पर विभाग की एक टीम ने कंपनी को सामान भेजने वाली फर्म की जांच की तो पता चला कि यह फर्म सामान आपूर्ति नहीं करती है, बल्कि इसी तरह के फर्जी बिल बनाती है। विभाग की कार्रवाई 1 मार्च तक चलती रही। 

कंपनी में छापेमारी के बाद आयकर विभाग की टीम ने कंपनी मालिक के सेक्टर-16 स्थित घर जाकर भी छापेमारी की थी। विभागीय अधिकारियों ने घर से भी रिकॉर्ड उठाया। इस पर कंपनी मालिक ने अपना सारा रिकॉर्ड विभाग के हवाले कर आयकर बचाने के लिए फर्जी बिल बनाना कबूल कर लिया। 

एक अधिकारी ने बताया कि दो दिन तक छापेमारी के बाद आयकर विभाग की टीम ने कंपनी से जरूरी रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिया था। रिकॉर्ड की पूरी तरह छानबीन करने पर पता चला कि यह गड़बड़झाला 18 करोड़ 50 लाख रुपये की आयकर चोरी का है। 

31 मार्च के बाद शुरू होगी कार्रवाई: फिलहाल आयकर विभाग की ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ चल रही है। जिसमें विभाग लोगों से अपनी अघोषित आय को जमा करने की अपील कर रहा है। इस योजना में धन जमा करवाने पर कुल राशि पर 49.9 प्रतिशत कर लगेगा। जबकि 31 मार्च के बाद विभागीय कार्रवाई में 78 प्रतिशत आयकर लगेगा। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि विभिन्न स्त्रोतों  के जरिए आयकर विभाग के पास कर चोरी करने वाले लोगों के बारे में जानकारी आती रहती है। 31 मार्च को योजना पूरी होते ही विभाग जानकारी के आधार पर बड़ी कार्रवाई करेगा।

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