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लश्कर मुखिया अबु अलकामा से डार करता था बात

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने में तारिक अहमद डार की भूमिका के बारे में तब पता चला जब इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर ए तयब्बा के प्रमुख अबु...

लश्कर मुखिया अबु अलकामा से डार करता था बात
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 17 Feb 2017 06:29 AM
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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने में तारिक अहमद डार की भूमिका के बारे में तब पता चला जब इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर ए तयब्बा के प्रमुख अबु अलकाम के सेटेलाइन फोन (008821621523999) को टैप किया। अलकामा थुराया सेटेलाइट फोन के माध्यम से तारिक अहमद डार से बात करता था। अलकामा ने तारिक अहमद डार के मोबाइल (नंबर-9906719815) पर दो बार काल किया था। इसे भी आईबी ने ट्रेस किया। बतौर दिल्ली पुलिस, डार ने अलकामा से कहा था कि ‘दिल्ली के बाजारों में सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं, लड़कों के पहचान होने का खतरा रहता है। लेकिन इस बार के बाजारों में कैमरे नहीं है और इससे कोई खतरा नहीं है। साथ हीकहा था कि इस धमाके की जिम्मेदारी लेने की जरूरत नहीं है।’

लश्कर के लिए करता था प्रवक्ता का काम
स्पेशल सेल के मुताबिक तारिक अहमद डार ने लश्कर के लिए प्रवक्ता का काम भी संभालता था। उसने इस बम धमाके के बाद भी बीबीसी को फोन कर कहा था कि दिल्ली के सीरियल ब्लास्ट में लश्कर ए तयब्बा की कोई भूमिका नहीं है।

आता था खाड़ी देशों से पैसा
अदालत में दाखिल आरोप पत्र के अनुसार महज दस हजार रुपये प्रतिमाह कमाने वाले डार के एचडीएफसी, एसबीआई और जम्मू कश्मीर बैंक के खाता था। इन खातों में खाड़ी देशों से पैसा आता था। जांच में पाया गया था कि बहुत ही कम समय में डार के खाते में 84 लाख रुपये जमा हुए थे और इनमें से 26 लाख रुपये खाड़ी देशों से आया था।

मैप में देखिए दिल्ली में 2005 में हुए ब्लास्ट की जगहें-

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