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दीपावली में रंगीन अनार और रोशनी के पटाखों की मांग सबसे अधिक

भगवान श्रीराम के अयोध्या वापस आने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपावली उत्सव में आतिशबाजी को भी खुशी का प्रतीक माना जाता है। इसके मद्देनजर शहर में दीपावली पर आतिशबाजी के लिए पटाखा बाजार सज गए हैं और...

दीपावली में रंगीन अनार और रोशनी के पटाखों की मांग सबसे अधिक
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 28 Oct 2016 09:26 PM
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भगवान श्रीराम के अयोध्या वापस आने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपावली उत्सव में आतिशबाजी को भी खुशी का प्रतीक माना जाता है। इसके मद्देनजर शहर में दीपावली पर आतिशबाजी के लिए पटाखा बाजार सज गए हैं और शुक्रवार को पटाखों की बिक्री शुरू हो गई हैं। शहर में जिला प्रशासन की अनुमति से करीब दस स्थानों पर पटाखा बाजार लगे हैं। कारोबारियों के मुताबिक बीते साल करीब दस करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था, इस बार यह कारोबार बारह करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है। 

बाजार में हालांकि चीन के बने पटाखे नहीं है, लेकिन व्यापार मंडल से जुड़े कुछ लोगों का दावा है कि पटाखों पर चीन का साया है। ऐसे लोगों का कहना है कि बहिष्कार के डर के चलते कारोबारियों ने चीन के पटाखों की स्थानीय पैकिंग कर दी है। इसलिए बाजार में अब पता भी नहीं चल रहा कि कौन से पटाखे यहां के बने हैं? और कौन से चीन के बने हैं?। पटाखा बाजार के कारोबारी गगनदीप का कहना है कि बीते साल की अपेक्षा इस बार कीमतों में बीस से तीस फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। माहौल के देखते हुए चीन का सामान नहीं लाए हैं, लेकिन अब पैकिंग के अंदर क्या है? इसकी जांच तो कोई नहीं करता है। जबकि थोक कारोबारी राजेश अग्रवाल का कहना है कि चीन के माल का बहिष्कार और छात्रों के माध्यम से चल रहे जागरूकता अभियान के चलते पटाखा कारोबार प्रभावित हुआ है। फिर भी इन दो दिनों में कारोबार में उछाल की उम्मीद है। जिलाधीश चंद्रशेखर के आदेशों के मुताबिक अधिकृत लाइसेंस धारक ही निर्धारित मात्र में पटाखों की बिक्री तय किए गए स्थानों पर कर सकेंगे। खतरनाक राकेट, सुर्री व बम नहीं बेचे जाएंगे। पटाखा बाजार 28 से 30 अक्तूबर तक सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक ही लगेंगे।  

इन पटाखों की बिक्री अधिक 
कारोबारी सुरेंद्र मित्तल का कहना है कि बीते साल के मुकाबले पटाखों की कीमत में करीब बीस फीसदी का उछाल आया है। उम्मीद है कारोबार भी बेहतर होगा। कुछ इस तरह पटाखे के दाम बढ़े हैं, सुतली बम 50 रुपये की जगह 70 रुपये का हो गया है। बुलेट बम 30 रुपये की जगह 50 रुपये, हरा बम 30 रुपये की जगह 40 रुपये, बड़ा हरा बम 100 रुपये की जगह 110-120 रुपये का बिक रहा है। बड़ी चरखी 180 से 220 रुपये की मिल रही है। अनार कुलहड़वाला 250 रुपये से 300 रुपये, फूलझड़ी, 50 से 100 रुपये तक, आसमानी रॉकेट बड़ा वाला 400 रुपये तक मे बिक रहा है।  

केवल रोशनी वाले पटाखों की मांग
बढ़ते प्रदूषण से होने वाले खतरों के प्रति आम लोगों को जागरूक कर रहे छात्र अब केवल रोशनी करने वाले पटाखों की मांग कर रहे हैं। हालांकि बाजार में इको-फ्रेंडली पटाखे अधिक उपलब्ध नहीं है। लेकिन पटाखे खरीदने आए दुकानदारों से इको-फ्रेंडली पटाखों की जानकारी अवश्य लेते हैं। जब नहीं मिलते तो लोग कम आवाज करने वाले और रोशनी करने वाले पटाखों की खरीदारी करते हैं। एक मॉल में इको फ्रेंडली पटाखे बेचने वाले विक्रम ने बताया कि इन पटाखों की रेंज अधिक है। इसमें लेजर राकेट शॉट, बिजली की फूलझड़ी, बिजली  से घूमने वाली चरखी आदि बाजार में हैं। 

प्रतिक्रिया: 
नीलम, गृहणी
: दीपावली पर पटाखे बहुत जरूरी है, लेकिन अब प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे नहीं चाहिए। मैने बच्चों को कम धुंए वाले पटाखे और रोशनी के अनार व फूलझड़ी खरीदी हैं। बड़ा त्यौहार है इसलिए सभी परम्पराए निभाई जानी चाहिए। इसमें आतिशबाजी और पटाखे भी जरूरी है। 

रूचि, छात्रा: हमने कॉलेज में प्रदूषण नहीं फैलाने के लिए धुंआ वाले पटाखे नहीं चलाने का संकल्प लिया है। इसलिए बाजार में धुंआ रहित पटाखे खोज रहे हैं जो नहीं मिल रहे हैं। कुछ दुकानों में रोशनी वाले पटाखे मिले हैं। कारोबारियों को अब इकॉ फ्रेंडली पटाखे बेचने चाहिए।

सुरेंद्र मित्तल, कारोबारी: बाजार ठीक रहने की उम्मीद है। लोगों में त्यौहार को लेकर उत्साह है। दो दिन में बाजार में तेजी आएगी। लोगों को वेतन का इंतजार है। शनिवार और रविवार को बाजार उठेगा। तेज आवाज वाले और अधिक रोशनी वाले पटाखों की मांग है। बाजार में पटाखों की सौ से अधिक वैरायटी है।  

खास बातें
दीपावली पर पटाखों का कारोबार बीते साल: करीब 10 करोड़ रुपये 
दीपावली पर पटाखों का कारोबार इस साल: करीब 52 करोड़ रुपये की उम्मीद 
(स्त्रोत: आंकड़े व्यापार मंडल फरीदाबाद के हैं)

यहां लगे शहर में पटाखा बाजार 
सेक्टर-12 रैली मैदान, सेक्टर-12 कराधान विभाग के सामने वाला मैदान, एनआईटी दशहरा मैदान, सेक्टर-30 दशहरा मैदान, सेक्टर-31 का मैदान, बल्लभगढ़ दशहरा मैदान, सेक्टर-2 का मैदान, सेक्टर-3 में एनटीपीसी चौक मैदान, सेक्टर-8 का दशहरा मैदान और सेक्टर-24 में हुडा बाजार के सामने वाला मैदान।

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