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Hindi Newsचिड़ियाघर में दो दरियाई घोड़ों के बीच हुआ खूनी संघर्ष

चिड़ियाघर में दो दरियाई घोड़ों के बीच हुआ खूनी संघर्ष

दिल्ली चिड़ियाघर में छह दिन पहले दरियाई घोड़ी ने बच्चे को जन्म दिया और दूसरे ही पल दो दरियाई घोड़ों में खूनी संघर्ष हो गया। घायल दरियाई घोड़े की पीठ, पेट और मुंह पर गंभीर चोट आई है। बताया जा रहा है...

चिड़ियाघर में दो दरियाई घोड़ों के बीच हुआ खूनी संघर्ष
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 01 Jul 2016 04:53 PM
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दिल्ली चिड़ियाघर में छह दिन पहले दरियाई घोड़ी ने बच्चे को जन्म दिया और दूसरे ही पल दो दरियाई घोड़ों में खूनी संघर्ष हो गया। घायल दरियाई घोड़े की पीठ, पेट और मुंह पर गंभीर चोट आई है। बताया जा रहा है कि नन्हे मेहमान के जन्म के बाद उसके पिता दरियाई घोड़े को दूसरे तालाब में स्थानांतरित कर दिया गया था। इससे नाराज उसने तालाब के अन्य दरियाई घोड़ों के साथ लड़ाई शुरू कर दी। 

करीब छह दिन पहले दिल्ली चिड़ियाघर में जन्मे नवजात दरियाई घोड़े की देखभाल के लिए एक तालाब में बच्चे के साथ उसकी मां को रखा गया। वहीं, उसके पिता को दूसरे तालाब में पहले से मौजूद दो अन्य दरियाई घोड़ों के पास स्थानांतरित कर दिया गया। बच्चे से दूर होने पर नाराज पिता ने रात में दूसरे दरियाई घोड़ों पर हमला बोल दिया। अचानक रात में हुई इस लड़ाई में एक दरियाई घोड़ा लहूलुहान हो गया है। उसको हल्दी और दवा दी जा रही है। साथ ही इंजेक्शन भी लगाया जा रहा है। हालांकि, उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। नन्हा दरियाई घोड़ा तालाब में है। छोटा होने के कारण उसकी मां उसे अपने आसपास रखती है। हालांकि, बाड़े के पास जाने वाले सैलानियों को नन्हे मेहमान का दीदार मिल रहा है। जल्द ही नन्हा दरियाई घोड़ा उछल-कूद करने लगेगा। 

चिड़ियाघर के क्यूरेटर रियाज खान ने बताया कि चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से नवजात की देखभाल के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। नन्हे दरियाई घोड़े की मां को पर्याप्त भोजन दिया जा रहा है। नवजात को किसी भी बीमारी से बचाने के लिए डॉक्टर की टीम देखभाल कर रही है।

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