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नवरात्र मंगलवार से, श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन को सजे मंदिर

शहर में मंगलवार को नवरात्र को लेकर मंदिरों को सजाया गया है। इस दौरान पहले दिन श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन के लिए सुबह पांच बजे से मंदिरों के किवाड़ खोल दिए जाएंगे। इसमें महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग...

नवरात्र मंगलवार से, श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन को सजे मंदिर
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Mar 2017 07:29 PM
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शहर में मंगलवार को नवरात्र को लेकर मंदिरों को सजाया गया है। इस दौरान पहले दिन श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन के लिए सुबह पांच बजे से मंदिरों के किवाड़ खोल दिए जाएंगे। इसमें महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग कतारों की व्यवस्था की गई है। इस दौरान सोमवार को शहर के प्रमुख बाजारों में पूजन सामग्री की खरीदारी के लिए लोगों की खासी भीड़ भाड़ रही। 

नवरात्र के पहले दिन शहर के प्रमुख सेक्टर-19 स्थित सनातन धर्म मंदिर, सेक्टर-2 स्थित लाल मंदिर, सेक्टर-100 स्थित वोडा महादेव मंदिर, सेक्टर-12 स्थित कलरिया बाबा मंदिर, सेक्टर-22 स्थित शिव मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन व हवन पूजन के लिए इंतजाम किए गए हैं। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। इस मौके पर नवरात्र के पहले दिन मंदिरों में मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की जाएगी। इसमें मंदिर में मां दुर्गा का दूध, दही, शहद, घी व चीनी जैसे पंच तत्वों से अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद कलश स्थापना कर महा आरती का आयोजन होगा। सेक्टर 19 के सनातन धर्म मंदिर में कलश स्थापना के साथ देवी की पूजा-अर्चना होगी। वहीं सेक्टर 100 स्थित वोड़ा महादेव मंदिर में देवी मां की पूजा के साथ सप्तशती पाठ का आयोजन किया जाएगा। 

घरों में होगी कलश स्थापना 
घरों में नवरात्र के पहले दिन महिलाएं वृत्त रखकर कलश स्थापना करेंगी। पंडितों के अनुसार सुबह सूर्योदय के बाद कलश स्थापना का शुभ मुहुर्त रहेगा। 

शहर के प्रमुख बाजारों में रही भीड़ भाड़ 
नवरात्र के एक दिन पूर्व शहर के सेक्टर 27, अट्टा बाजार, भंगेल बाजार, कंचनजंगा बाजार, सेक्टर 46, सेक्टर 18 आदि जगह पूजन सामग्री खरीदने को देर शाम तक लोगों की खासी भीड़ भाड़ रही। इस दौरान लोगों ने हवन सामग्री सहित फूल, धूपबत्ती, दिए आदि की खूब खरीदारी की। वहीं महिलाओं ने मां दुर्गा के लिए श्रृंगार के सामानों की खूब खरीदारी की। 

नवरात्र और अमावस्या एक ही दिन
इस बार अमावस्या और नवरात्र एक ही दिन पड़ रहे हैं। पंडितों के अनुसार करीब 20-22 वर्ष बाद ही ऐसा संयोग पड़ रहा है। 28 मार्च को सुबह 8:27 बजे से चैत्र अमावस्या समाप्त हो रही है। वहीं चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा तिथि इसी दिन 8:28 बजे से शुरू हो रही है, जो अगले दिन यानी 29 मार्च को सुबह 6:25 बजे समाप्त हो जाएगी। सेक्टर-19 स्थित सनातन धर्म मंदिर के पंडित विरेंद्र बताते हैं कि प्रतिपदा 28 को ही है। इसमें भ्रमित होने की जरूरत नहीं है। अमावस्या इस दिन सुबह साढ़े आठ बजे तक है। इसके बाद नियमानुसार कलश स्थापना करें। वहीं जो लोग सुबह पितृ कार्य करते हैं वह सुबह आठ बजे से पहले इसे कर लें और फिर स्नान कर कलश स्थापना करें। 

नवरात्रि वृत्त-पूजन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
-व्रत रखने वाले को जमीन पर सोना चाहिए।
-नारियल, नींबू, अनार, केला, मौसंबी और कटहल आदि फल तथा अन्न का भोग लगाना चाहिए।
-देवी का आह्वान, पूजन, विसर्जन, पाठ आदि सब प्रात:काल में शुभ होते हैं अत: इन्हें इसी दौरान पूरा करना चाहिए।
-देवी को लाल रंग के वस्त्र, रोली, लाल चंदन, सिन्दूर, लाल साड़ी, लाल चुनरी, आभूषण तथा खाने-पीने के सभी पदार्थ जो लाल रंग के होते हैं, वही अर्पित किए जाते हैं।

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