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निजी केंद्रों में भी मुफ्त में होगा गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड अब निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों में भी मुफ्त में हो सकेगा। यह सुविधा उन्हें प्रत्येक महीने की नौ तरीख को मिलेगी। जिले में ऐसे...

निजी केंद्रों में भी मुफ्त में होगा गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 03 Mar 2017 01:22 AM
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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड अब निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों में भी मुफ्त में हो सकेगा। यह सुविधा उन्हें प्रत्येक महीने की नौ तरीख को मिलेगी। जिले में ऐसे करीब 40 अल्ट्रासाउंड केंद्रों का चयन स्वास्थ्य विभाग ने किया है। विभाग इसके लिए अल्ट्रासाउंड केंद्र को करीब 150 रुपये का भुगतान भी करेगा। 

केंद्र सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने जिले की करीब चालीस अल्ट्रासाउंड केंद्रों को निर्देश जारी किए हैं कि वे प्रत्येक महीने की नौ तारीख को गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सुविधा दें। केंद्र इसका पूरा रिकॉर्ड रखें। ताकि इसका भुगतान करीब 150 रुपये प्रति महिला अल्ट्रासाउंड भी केंद्रों को किया जा सके। बादशाहखान जिला राजकीय अस्पताल में करीब 300 गर्भवती महिलाओं की जांच प्रतिदिन होती है। इनमें से करीब 80 महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की आवश्यकता होती है। अस्पताल में अधिकतम 30 अल्ट्रासाउंड ही प्रतिदिन हो पाते हैं। ऐसे में अधिकांश गर्भवती महिलाओं को निजी केंद्रों पर एक हजार से सोलह सौ रुपये तक खर्च करके अल्ट्रासाउंड करना पड़ता है। इस योजना से महिलाओं को लाभ होगा। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के खून की जांच व थायरॉयड की जांच सरकारी अस्पताल में मुफ्त होती है। 

अल्ट्रासाउंड के लिए मिलेगा कूपन 
अस्पताल में जांच के बाद अगर गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड कराना है तो स्त्रीरोग विशेषज्ञ को इसके लिए एक कूपन महिला को देना होगा। उस कूपन से महिला जिले की 40 अल्ट्रासाउंड केंद्रों में से किसी एक पर जाकर अल्ट्रासाउंड करा सकती हैं। कूपन के आधार पर केंद्र को भुगतान हो जाएगा। प्रत्येक अल्ट्रासाउंड केंद्र को प्रत्येक नौ तारीख को कम से कम पांच ऐसी महिलाओं के अल्ट्रासाउंड करने होंगे। 

नौ तारीख को निजी अस्पतालों की स्त्रीरोग विशेषज्ञ भी देंगी मुफ्त सेवाएं
प्रधानमंत्री के आह्वान पर अधिकांश निजी अस्पतालों में यूं तो गर्भवती महिलाओं की जांच मुफ्त में होती है। लेकिन निजी अस्पतालों में कार्यरत कुछ विशेषज्ञ चिकित्सक नौ तारीख को सरकारी अस्पतालों में भी महिलाओं की जांच के लिए निशुल्क सेवाएं देने आ सकती हैं।इसके लिए स्वास्थ्य विभाग एक  पॉर्टल तैयार कर रहा है। 

कब और क्यों करवाते हैं अल्ट्रासाउंड?
स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. मीनू कपूर बताती हैं कि आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के 20वें सप्ताह के आस पास कराया जाता है। इस अल्ट्रासाउंड में विशेषज्ञ देखते हैं कि गर्भाशय में एक स्वस्थ प्लासेंटा और बच्चे का विकास ठीक से हो रहा है या नहीं। बच्चे के दिल की धड़कन, शरीर, हाथ और पैर की क्रियाशीलता को भी अल्ट्रासाउंड पर देखा जा सकता है। गर्भावस्था में कम से कम दो बार गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की सलाह दी जाती है। पहला 8 से 14वें हफ्ते में और दूसरा 18वें और 21वें हफ्ते के बीच में कराते हैं।

अल्ट्रासाउंड से यह पता लगाया जा सकता है
गर्भाश्य में एक से अधिक भ्रूण की उपस्थिति का पता लगाया जाता है
गर्भ की नियत तारीख (भ्रूण की उम्र) का पता लगाया जाता है।
बच्चे का स्वास्थ्य
प्लासेंटा का स्थान
बच्चे के चारों ओर एमनियोटिक द्रव की राशि
बच्चे की स्थिति व बच्चे का वजन आदि 

रमेशचंद्र, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर नौ तारीख को निशुल्क अल्ट्रासाउंड सेवा शुरू करा दी गई है। इसके लिए विभाग केंद्र को करीब 150 रुपये का भुगतान करेगा। 

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