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फीफा घोटाले के बीच अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे ब्लैटर

अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में आरोपित अपने नौ अधिकारियों के कारण चारों ओर से आलोचना झेल रही फुटबॉल की विश्व नियामक संस्था फीफा शुक्रवार को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार...

फीफा घोटाले के बीच अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे ब्लैटर
एजेंसीFri, 29 May 2015 11:59 AM
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अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में आरोपित अपने नौ अधिकारियों के कारण चारों ओर से आलोचना झेल रही फुटबॉल की विश्व नियामक संस्था फीफा शुक्रवार को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही अपने अगले अध्यक्ष के लिए चुनाव कराएगी, जिसमें मौजूदा अध्यक्ष सेप ब्लाटर पांचवीं बार अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं।

ब्लैटर के खिलाफ एकमात्र उम्मीदवार जॉर्डन के प्रिंस अलि बिन अल-हुसेन मैदान में हैं।

अमेरिकी न्याय विभाग ने ठगी, रुपये के लेन-देन में धोखाधड़ी और मनी लॉन्डरिंग के मामलों में कुल 14 लोगों को आरोपित किया है, जिनमें फीफा के दो मौजूदा उपाध्यक्ष भी शामिल हैं।

अमेरिकी न्याय विभाग ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि ब्रुकलिन स्थित संघीय न्यायालय ने अधिकारियों को 47 मामलों में आरोपित किया है तथा इस मामले में जारी जांच का यह आखिरी चरण नहीं है।

एफबीआई के निदेशक जेम्स कोमी ने न्यॉयार्क में एटॉर्नी जनरल लोरेटा लिंच के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिन 14 अधिकारियों के खिलाफ आरोप दर्ज किए गए हैं, उनमें से सात अधिकारियों को स्विस अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।

लिंच ने कहा कि उन्होंने अपने-अपने संगठनों में अपने पदों की विश्वसनीयता का दुरुपयोग करते हुए स्पोर्ट्स कंपनियों से रिश्वत लेकर उन्हें बदले में अपने टूर्नामेंटों के वाणिज्यिक अधिकार दिए।

पत्रकारों द्वारा जोर दिए जाने के बावजूद लिंच ने फीफा अध्यक्ष सेप ब्लैटर के खिलाफ संभावित कार्रवाई के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। गौरतलब है कि ब्लैटर पर कोई आरोप नहीं है और वह लगातार पांचवीं बार फीफा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में खड़े हैं।

इस बीच यूरोपीय फुटबॉल संघ (यूईएफए) ने फीफा के अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव को स्थगित करने की मांग की, हालांकि फीफा ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही चुनाव कराने का निर्णय लिया है और यह भी कहा है कि फीफा विश्व कप-2018 और विश्व कप-2022 के आयोजन भी निर्धारित कार्यक्रम एवं आयोजन स्थलों के साथ ही होंगे।

फीफा की इथिक्स कमिटी ने आरोपित लोगों में शामिल अपने 11 अधिकारियों को जरूर फुटबॉल गतिविधियों से प्रतिबंधित कर दिया। ब्लाटर ने कहा कि इस तरह की गड़बड़ियों का फुटबॉल में कोई जगह नहीं है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भ्रष्ट आचार में लिप्त सभी लोगों को बाहर कर दिया जाएगा।

इस बीच यूईएफए के अध्यक्ष माइकल प्लाटिनी ने गुरुवार को ब्लैटर से पद से इस्तीफा देने के लिए कहा है और यूईएफए से संबद्ध फीफा के 54 सदस्यों से ब्लैटर के खिलाफ मतदान करने की अपील की।

प्लाटिनी ने कहा कि अब बस, बहुत हो चुका। आज (गुरुवार) हमने अपने 54 सदस्यों के साथ बैठक की। कल (शुक्रवार) को जब अध्यक्ष पद के लिए मतदान की बात आएगी तो यूरोपीय संबद्ध सदस्यों का अधिकांश मत प्रिंस अली के पक्ष में जाएगा।

हालांकि ब्लैटर को अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

उधर फीफा विश्व कप-2018 के मेजबान देश रूस के राष्ट्रपति व्लदिमिर पुतिन ने फीफा अधिकारियों की गिरफ्तारी को अमेरिका का राजनीतिक एडेंडा करार दिया है। पुतिन ने गुरुवार को कहा, ‘‘अमेरिका की दूसरे देशों में दखल देने की यह एक और उद्दंड कोशिश है।’’

अमेरिकी न्यायालय द्वारा आरोपित अधिकारियों में फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष एवं कोनकैकाफ के पूर्व अध्यक्ष त्रिनिदाद एवं टोबैगो के जैक वार्नर भी शामिल हैं।

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