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बारिश व ओलावृष्टि ने तोड़ी जनपद में किसानों की कमर

जनपद के कई हिस्सों में जमकर बारिश व ओलावृष्टि से रबी की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। सूखे के बाद अब बारिश व ओलावृष्टि की मार से किसानों की मेहनत बेकार हो गई है। जनपद के कई हिस्सों में गेहूं की फसल...

बारिश व ओलावृष्टि ने तोड़ी जनपद में किसानों की कमर
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 25 Apr 2017 05:30 PM
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जनपद के कई हिस्सों में जमकर बारिश व ओलावृष्टि से रबी की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। सूखे के बाद अब बारिश व ओलावृष्टि की मार से किसानों की मेहनत बेकार हो गई है। जनपद के कई हिस्सों में गेहूं की फसल की कटाई चल रही है। ऐसे में रुक-रुककर हो रही बारिश और ओलावृष्टि किसानों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। जनपद में पिछले 24 घंटे में डीडीहाट में सर्वाधिक 5.30 एमएम से अधिक बारिश हुई। इस दौरान पूरे क्षेत्र में जमकर ओलावृष्टि होने से किसानों की खेत में खड़ी गेहूं की फसल को बेहद नुकसान पहुंचा है। जनपद में बीस प्रतिशत फसल पहले ही सूखे के कारण बर्बाद हो चुकी है। अब बारिश और ओलावृष्टि से धारचूला क्षेत्र में सर्वाधिक फसल को नुकसान पहुंचाया है। जिससे किसानों के सामने आर्थिक संकट गहराने लगा है। बेरीनाग, थल, गंगोलीहाट समेत कई क्षेत्रों में भी फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है। जिससे किसान बेहद चिंतित हैं।

धारचूला में हुई भारी ओलावृष्टि

धारचूला। धारचूला के पैंतोली, माणगांव, अगाऊ, किचड़ा, मकन्ना, गडाल, च्यूटी, कमलसैम, पुरौच, नाड़ीधार, छाना, तोली, उपासेकला और दराजू में तेज बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हुई है। जिससे क्षेत्र फसलों को बेहद नुकसान पहुंचा है।आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि इस क्षेत्र में ओलावृष्टि से 80 प्रतिशत फसलों को नुकसान पहुंचा है।

इन फसलों को पहुंचा है नुकसान

गेहूं, जौ, सरसों, मसूर , प्याज, लहसुन, खुमानी, आलू, आडू , पूलम और नाशपती की फसल भी पूरी तरह बर्बाद हो गई।

मूनाकोट क्षेत्र में भी हुई ओलावृष्टि

झूलाघाट। मूनाकोट, मजिरकांडा, गौरीहाट और झूलाघाट समेत कई क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हुई। जिससे खेतों में खड़ी फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। मूनाकोट निवासी किसान ललित चंद ने कहा कि पहले सूखे से और अब ओलावृष्टि व बारिश से फसलें बर्बाद हो गई हैं। ललित ने कहा कि फसलों के बर्बाद होने से सामने बैंकों का ऋण उतारने की समस्या खड़ी हो गई है।

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