ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान, मुआवजे के लिए किसान मुखर
सीमांत क्षेत्र बरम में ओलावृष्टि और बारिश से किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिससे नाराज किसानों ने बरम में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर नुकसान का आंकलन कर फसलों का मुआवजा देने की मांग की...
सीमांत क्षेत्र बरम में ओलावृष्टि और बारिश से किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिससे नाराज किसानों ने बरम में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर नुकसान का आंकलन कर फसलों का मुआवजा देने की मांग की है। इस दौरान उन्होंने अगर शीघ्र मुआवजा नहीं दिए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
गुरुवार को पूर्व प्रधान पान सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक गांवों के किसानों ने हाथ में फसल लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों क्षेत्र में हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से गेंहूं, जौ, मसूर, मटर, सरसों और सब्जियां पूरी तरह बर्बाद हो गई है। बिष्ट ने कहा कि पहले सूखे के कारण किसानों को नुकसान पहुंचा था। वहीं पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया हैं। जिससे किसानों पर आर्थिक संकट गहराने लगा। जिस कारण किसान बेहद परेशान हैं। उन्होंने कहा कि फसल बर्बाद होने के कारण किसान बैंक का लोन भरने में असमर्थ हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने सरकार से किसानों को हुए नुकसान को देखते हुए उचित मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र किसानों को मुआवजा नहीं दिया तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। मौके पर जसवंत सिंह, कुशी राम, धाम सिंह, नरी राम, जगत सिंह, प्रेम सिंह, लालू राम, बाला सिंह, नैनराम, जग्गू, आंशु, निर्मला देवी, सुरमा देवी, भगती देवी, राजेंद्र प्रसाद, दीपक कुमार, पुष्कर और देवेंद्र सिंह समेत कई लोग शामिल रहे।