रामनगर से किशोर को बैठक किए बगैर लौटना पड़ा
विधानसभा चुनाव में हार की वजहों को लेकर समीक्षा करने पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को कार्यकर्ताओं संग बैठक किए बगैर लौटना पड़ा। कुछ कार्यकर्ताओं के विरोध की तैयारी की जानकारी मिलते...
विधानसभा चुनाव में हार की वजहों को लेकर समीक्षा करने पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को कार्यकर्ताओं संग बैठक किए बगैर लौटना पड़ा। कुछ कार्यकर्ताओं के विरोध की तैयारी की जानकारी मिलते ही रात को रामनगर पहुंचे किशोर तड़के देहरादून निकल गए।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उपाध्याय शनिवार रात रामनगर पहुंचे थे। तय कार्यक्रम के अनुसार सुबह दस बजे नगर पालिका सभागार में किशोर कार्यकर्ताओं संग बैठक करने वाले थे। बैठक के बाद पत्रकार वार्ता भी होनी थी। बताया जा रहा है कि कुछ स्थानीय कार्यकर्ताओं ने शनिवार रात ही किशोर के विरोध की रणनीति बना ली थी। ये लोग किशोर को पार्टी की हार का जिम्मेदार मानते हैं और इनका कहना था कि वे किशोर से इस्तीफे की मांग करने वाले हैं। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किशोर को यह जानकारी मिली तो उन्होंने बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया और सीधे देहरादून निकल गए। तय समय पर प्रदेश प्रवक्ता ममता जोशी बैठक में पहुंचीं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के नहीं आ पाने की जानकारी दी।
इस दौरान वरिष्ठ कार्यकर्ता महेंद्र बिष्ट उर्फ मन्नू और समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने किशोर को ही हार का जिम्मेदार ठहराया। कहा कि उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। बिष्ट ने यहां तक कह डाला कि वह और क्षेत्र के कार्यकर्ता दिल्ली जाकर उपाध्याय के निष्कासन की मांग करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने खुद अपनी सीट छोड़ सहसपुर से चुनाव लड़ा। भितरघात के आरोप में एक ही रात में 150 समर्पित कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल दिया। इसके अलावा वह बार-बार अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा करते रहे। इन्हीं सब वजहों से पार्टी चुनाव हारी।
-महेंद्र बिष्ट, वरिष्ठ कार्यकर्ता
प्रदेश अध्यक्ष देर रात पहुंचे थे, लेकिन जरूरी काम के कारण उन्हें जल्दी निकलना पड़ा। पार्टी आपसी गुटबाजी के कारण भले ही हारी, लेकिन पार्टी में आज भी सच्चे सिपाही हैं। आने वाले चुनाव में पार्टी मजबूत होगी।
-ममता जोशी, प्रदेश प्रवक्ता
पार्टी में कोई विवाद जैसी बात नहीं है। कहीं कोई भी जो दिक्कत है, उसे पार्टी के भीतर बातचीत कर सुलझा लिया जाएगा। यह पार्टी का अंदरूनी मामला है, इसे हम बिना किसी परेशानी के संभाल लेंगे।
-हाजी अब्दुल करीम, नगर अध्यक्ष