दुष्कर्म के बाद हत्या: हैदराबाद भेजा जाएगा बीटेक छात्रा का मोबाइल
बूटी बस्ती में इंजीनियरिंग छात्रा के साथ दुष्कर्म और हत्या के सनसनीखेज मामले में जहां पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं, वहीं सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब्रोरेट्री (एसएफएल) कोलकाता ने मोबाइल फोन की जांच से...
बूटी बस्ती में इंजीनियरिंग छात्रा के साथ दुष्कर्म और हत्या के सनसनीखेज मामले में जहां पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं, वहीं सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब्रोरेट्री (एसएफएल) कोलकाता ने मोबाइल फोन की जांच से हाथ खड़े कर दिए हैं।
सदर पुलिस ने मृत इंजीनियरिंग छात्रा के मोबाइल फोन, उसकी बहन के मोबाइल फोन और दो अन्य मोबाइल फोन को सेंट्रल एफएसएल कोलकाता भेजा था। लैबं ने सभी मोबाइल फोन और सिम कार्ड को वापस कर दिया है। एसआईटी जांच से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, सेंट्रल एफएसएल छात्रा के मोबाइल के व्हाट्सएप के मैसेज को निकाल नहीं पायी। वहीं छात्रा के द्वारा इस्तेमाल किए गए एक मोबाइल सेट का लॉक सिस्टम क्रेक करने में भी एफएसएल की टीम सफल नहीं हुई। ऐसे में सभी चार मोबाइल वापस रांची भेज दिए गए।
अब हैदराबाद एफएसएल से उम्मीदें: कोलकाता एफएसएल से नाउम्मीदी हाथ लगने के बाद चारों मोबाइल फोन को रांची पुलिस अब हैदराबाद एफएसएल भेजेगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, छात्रा के द्वारा व्हाटसएप के संदेशों को हमेशा डिलिट दिया जाता था। संभव है कि ये संदेश रिस्टोर हो सके, तो पुलिस को जांच में अहम सुराग मिले।
सीबीआई को भेजी गई केस डायरी
झारखंड सरकार ने बीटेक छात्रा के साथ दुष्कर्म और हत्या की जांच के लिए सीबीआई जांच की अनुसंशा की है। सीबीआई ने राज्य सरकार से केस डायरी, एफआईआर और अन्य कागजात मांगे थे। रांची पुलिस ने सीबीआई को सारे संबंधित कागजात भेज दिए हैं।
सुराग देनेवालों को एक लाख का इनाम
बूटी बस्ती में 16 दिसंबर को छात्रा का शव नग्न अवस्था में जलते हुए बरामद किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के साथ बेरहमी से दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने इस मामले में सुराग देने वालों को एक लाख के इनाम की घोषणा भी की थी। पुलिस ने पूरे मामले में 80 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ भी की थी। पूरे मामले में सीआईडी और रांची पुलिस संयुक्त रूप से जांच कर रही है।