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तीन ग्राम पंचायतों के लोगों ने डोभा निर्माण का विरोध किया

राज्य की तीन ग्राम पंचायतों के लोगों ने डोभा निर्माण योजना का विरोध किया है। गुमला जिले के कोबजा पंचायत के मुखिया बिसु सोंरेग, तेतरा पंचायत के मुखिया घुमानी उरांव और पश्चिमी सिंहभूम के हातनातोडांग...

तीन ग्राम पंचायतों के लोगों ने डोभा निर्माण का विरोध किया
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 02 Jan 2017 06:33 PM
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राज्य की तीन ग्राम पंचायतों के लोगों ने डोभा निर्माण योजना का विरोध किया है। गुमला जिले के कोबजा पंचायत के मुखिया बिसु सोंरेग, तेतरा पंचायत के मुखिया घुमानी उरांव और पश्चिमी सिंहभूम के हातनातोडांग पंचायत के मुखिया मिलन बॉकिरा ने मनरेगा आयुक्त को इस संबंध में पत्र लिखा है। इन पत्रों में डोभा निर्माण को रोक कर योजना बनाओ अभियान के दौरान ग्रामीणों द्वारा चयनित दूसरी योजनाओं को कार्यान्वित करने का आग्रह किया गया है।

तीनों पंचायतों के मुखिया ने ग्रामीणों के विरोध पर मनरेगा आयुक्त को पत्र लिखा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकार ने उनके अनुसार योजना तैयार करायी, तो सिर्फ डोभा निर्माण पर ही जोर क्यों है। प्रखंड विकास पदाधिकारी को योजना की प्रशासनिक स्वीकृति देने के लिए प्रस्ताव दिया गया, जिस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीण इसे अपने अधिकार का हनन मान रहे हैं।

क्या था अभियान : राज्य सरकार ने 2015 में योजना बनाओ अभियान चलाकर गांव के लोगों से उनकी आवश्यकता के अनुसार योजना बनवायी थी। इस अभियान में मुख्यमंत्री तथा सभी जिलों के उपायुक्त ने गांवों में जाकर योजना तैयार करायी थी।

कौन सी योजनाएं थीं : ग्रामीणों ने जमीन को समतल करने, खेतों पर मेढ़ बांधने, सिंचाई के लिए डोभा एवं तालाब बनाने, बांध, नाला एवं सड़क बनाने, फलदार एवं जलावन की लकड़ी वाले वृक्ष लगाने, बकरी, मुर्गी, सुअर एवं पशुओं के लिए शेड बनाने तथा मोरम की सड़क आदि की योजनाएं बनायी थीं।

क्या हुआ : 2016 में सिर्फ डोभा बनाने पर जोर दिया गया। मनरेगा तथा कृषि विभाग द्वारा 1.50 लाख डोभा बनवाया गया। कुछ जगहों पर फलदार वृक्ष जरूर लगाए गए। बाकी किसी योजना पर कोई काम नहीं हुआ।

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