फोटो गैलरी

Hindi Newsकेदारनाथ यात्रा में बाहरी कंपनी को काम देने पर भड़के विधायक

केदारनाथ यात्रा में बाहरी कंपनी को काम देने पर भड़के विधायक

केदारनाथ धाम के लिए घोड़े-खच्चरों के संचालन का जिम्मा किसी बाहरी कंपनी को दिया तो आंदोलन किया जाएगा। हर साल प्रशासन निहित स्वार्थ के चलते स्थानीय युवाओं के हकों को मारता आ रहा है। मैं किसी भी सूरत...

केदारनाथ यात्रा में बाहरी कंपनी को काम देने पर भड़के विधायक
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 25 Apr 2017 05:10 PM
ऐप पर पढ़ें

केदारनाथ धाम के लिए घोड़े-खच्चरों के संचालन का जिम्मा किसी बाहरी कंपनी को दिया तो आंदोलन किया जाएगा। हर साल प्रशासन निहित स्वार्थ के चलते स्थानीय युवाओं के हकों को मारता आ रहा है। मैं किसी भी सूरत में केदारनाथ यात्रा में प्रीपेड व्यवस्था बाहरी लोगों के हाथों नहीं देने दूंगा, इसके लिए मुझे जो कुछ भी करना पड़े करुंगा।

रुद्रप्रयाग में पत्रकार वार्ता में यह बात रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने कही। विधायक ने साफ शब्दों में कहा कि स्थानीय हकों की रक्षा के लिए उन्हें विधायकी भी छोड़नी पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि एक ओर उत्तराखंड में पलायन बड़ा मुद्दा बना है, वहीं स्थानीय लोगों को उत्तराखंड में रोजगार नहीं मिला तो वह रोजगार के लिए कहां जाएगा। चौधरी ने कहा कि जब मेरे संज्ञान में प्रीपेड का काम जम्मू कश्मीर की एक संस्था को देने की बात आई तो मैंने प्रशासन के साथ ही पर्यटन मंत्री और पर्यटन सचिव को अपनी आपत्ति दर्ज करा दी थी। कहा कि प्रशासन किसी बाहरी संस्था को लाभ पहुंचाने के लिए इसमें कोई तकनीकी पेंच अड़ा रहा है ताकि स्थानीय युवा इसमें प्रतिभाग न कर सके।

उन्होंने कहा कि राजकोष को एक पैसे का घाटा दिए बगैर स्थानीय लोग बेहतर व्यवस्था दे सकते हैं। वर्ष 2012 में स्थानीय लोगों द्वारा प्रीपेड व्यवस्था संचालित की गई तो 2 करोड़ 75 लाख का रिकार्ड राजस्व अर्जित किया गया। चौधरी ने कहा कि बेरोजगारों की लड़ाई को लड़ने के लिए मेरा जो कुछ भी नुकसान होगा मैं तैयार हूं। विधायक ने कहा कि केदारनाथ यात्रा यहां के लोगों की आर्थिकी का एकमात्र जरिया है, इसमें भी यदि बाहरी लोगों को रोजगार के अवसर दिए गए तो बेरोजगार कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े काम के लिए प्रशासन की ओर से स्थानीय युवाओं को अनुभव और अन्य तकनीकी पेंच डालकर प्रक्रिया से बाहर किया जाता है, जब मौका ही नहीं दिया जाएगा तो पहाड़ का आदमी अनुभव भी कहां से लाएगा। उन्होंने कहा कि हर हाल में केदारनाथ यात्रा में बाहरी कंपनी को प्रीपेड का काम नहीं करने दिया जाएगा इसके लिए आंदोलन के साथ ही जो भी करना पड़े वह करने को तैयार है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें