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टांडा रेंज के जंगल में फिर चली आरी

टांडा वन क्षेत्र में बेखौफ तस्करों ने चार सागौन के पेड़ काट लिए। वहीं उसमें से तीन पेड़ों का माल ले जाने में सफल रहे। वन विभाग के वनक्षेत्राधिकारी पांच दिन तक मामले को दबाए रहे। मीडिया के मामला...

टांडा रेंज के जंगल में फिर चली आरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 23 Apr 2017 07:10 PM
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टांडा वन क्षेत्र में बेखौफ तस्करों ने चार सागौन के पेड़ काट लिए। वहीं उसमें से तीन पेड़ों का माल ले जाने में सफल रहे। वन विभाग के वनक्षेत्राधिकारी पांच दिन तक मामले को दबाए रहे। मीडिया के मामला संज्ञान में आने के बाद विभाग ने वन क्षेत्र में कांबिंग करके एक कटे हुए पेड़ का माल जब्त कर लिया। वन विभाग ने तस्करी कर ले जाए जा रहे माल की कीमत पांच लाख रुपये आंकी है। तराई केंद्रीय वन प्रभाग के टांडा रेंज में वनों की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। तीन दिन पूर्व जयनगर में तस्करों ने आठ हरे खैर के पेड़ काट लिए थे।

वहीं पांच दिन पूर्व रामपुर रोड से लगते हुए प्लाट संख्या दो से तस्करों ने चार सागौन के पेड़ काट लिए। इसमें से तीन पेड़ का माल तस्कर ले गए। वहीं एक पेड़ का माल सड़क किनारे छुपा गए। वहीं वनक्षेत्राधिकारी जीसी त्रिपाठी को मुखबिर की ओर से सूचना मिलने के बाद भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं विभाग के अधिकारियों ने काटे गए पेड़ की खूंट को मिट्टी से ढंक दिया। मीडिया को सूचना के बाद वन विभाग ने कांबिंग करके एक पेड़ का माल रामपुर रोड के किनारे से जब्त कर लिया। विभाग ने ले गए माल की कीमत पांच लाख रुपये आंकी है। वहीं इसकी जानकारी उच्चधिकारियों को भी नहीं दी गयी। विभागीय अधिकारियों ने कटे हुए खूंट को मिट्टी से ढका विभाग के अधिकारी पांच दिन से मामले को दबाते रहे। वहीं अधिकारियों ने किसी को पता नहीं चले इसके लिए काटे गए खूटों को मिट्टी से ढक लिया। हिन्दुस्तान टीम जब मौके पर पहुंची तब खूट से मिट्टी हटाकर इसकी फोटो की गयी। वहीं इस मामले पर पूछने पर वनक्षेत्राधिकारी जीसी त्रिपाठी ने अनभिज्ञता जाहिर की। इंसेट- तीन दिन पूर्व ग्रामीणों की ओर से पकड़ा गया खैर तस्कर वन विभाग ने छोड़ातीन दिन पूर्व जयनगर के ग्रामीणों ने टांडा के डिमरी ब्लॉक से आठ खैर पेड़ काटने वाले तस्कर को रंगे हाथ पकड़कर वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया था। वनक्षेत्राधिकारी जीसी त्रिपाठी ने तस्कर को गंभीर चोट लगने का हवाला देते हुए छोड़ दिया। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि तस्कर खुलेआम गांव में घूम रहा है और वह पकड़वाने वाले को धमकियां दे रहा है। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।

क्या कहना है अधिकारियों का

- मेरे संज्ञान में चार सागौन के पेड़ काटने का मामला नहीं आया है। अगर प्लाट संख्या दो में पेड़ काटे गए होंगे तो इसकी जांच करायी जाएगी। विभागीय मिलीभगत में जो अधिकारी-कर्मचारी का नाम सामने आएगा। उस पर कार्रवाई की जाएगी

- कल्याणी प्रभागीयवनाधिकारी तराई केंद्रीय वन प्रभाग

जयनगर से पेड़ काटने वाले मामले में ग्रामीणों ने जो तस्कर पकड़कर दिया था। उसे छोड़ने की बात सामने आयी है। इस बारे में रेंजर से बात की गयी तो उनका कहना था कि तस्कर को ग्रामीणों ने पीटा था, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन ग्रामीणों ने शिकायत की है कि तस्कर गांव में खुलेआम घूम रहा है। इसकी जांच की जाएगी। जांच में संलिप्ता पाए जाने पर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी

- उमेश तिवारी एसडीओ तराई केंद्रीय वन प्रभाग

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