फोटो गैलरी

Hindi Newsअपने स्कूल में बेटी को दिला रहे परीक्षा, Admit कार्ड पर फोटो तक नहीं

अपने स्कूल में बेटी को दिला रहे परीक्षा, Admit कार्ड पर फोटो तक नहीं

प्रदेश सरकार और यूपी बोर्ड की सख्ती के बावजूद कुछ कॉलेज परीक्षा की सुचिता को तार-तार कर रहे हैं। अजीतमल तहसील के बाबरपुर स्थित शिवशंकर स्मारक इंटर कॉलेज में गुरुवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया है।...

अपने स्कूल में बेटी को दिला रहे परीक्षा, Admit कार्ड पर फोटो तक नहीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 23 Mar 2017 01:33 PM
ऐप पर पढ़ें

प्रदेश सरकार और यूपी बोर्ड की सख्ती के बावजूद कुछ कॉलेज परीक्षा की सुचिता को तार-तार कर रहे हैं। अजीतमल तहसील के बाबरपुर स्थित शिवशंकर स्मारक इंटर कॉलेज में गुरुवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पति-पत्नी इस कॉलेज के प्राचार्य (केंद्र व्यवस्थापक) और प्रबंधक हैं।

इनकी बेटी अपने ही केंद्र में परीक्षा दे रही थी। उसके प्रवेशपत्र पर फोटो तक नहीं लगी थी। जिला विद्यालय निरीक्षक की टीम और एसडीएम ने कॉलेज में छापा मारा तो केंद्र व्यवस्थापक भाग निकले, लेकिन उन्हें पुलिस ने दौड़ कर पकड़ लिया। एसडीएम ने एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। वहीं दूसरी ओर औरैया के रूरूगंज और बिधूना में गुरुवार को फिर साल्व पेपर की फोटो कॉपी बिकी।

यूपी बोर्ड नियमों के अनुसार केंद्र व्यवस्थापक अपने बेटे-बेटी और करीबी रिश्तेदार को अपने केंद्र से परीक्षा नहीं दिला सकते हैं। केंद्र बनने के साथ उसे इस बात का शपथपत्र देना होता है। इसके बावजूद शिवशंकर स्मारक इंटर कॉलेज के व्यवस्थापक कृष्ण कुमार अपनी बेटी लाली को अपने ही केंद्र से हाईस्कूल की परीक्षा दिला रहे थे। पकड़े जाने पर यह भी पता चला कि बड़ी बेटी स्तुति को भी यहीं से परीक्षा दिला चुके हैं।

बेटी को परीक्षा दिलाने की जानकारी पर जिला विद्यालय निरीक्षक सचल दल के नीरज चौधरी ने परीक्षा केंद्र में छापा मारा। छापा पड़ते ही व्यवस्थापक भाग निकले। इसी बीच एसडीएम अमित राठौर और सीओ लालता प्रसाद शुक्ला भी वहां पहुंच गए।

एसडीएम ने पुलिस बल से केंद्र व्यवस्थापक को पकड़वाया तो पहले उन्होंने खुद को प्रबंधक बताया, लेकिन अधिकारियों की सख्ती से टूट गया और कबूल कर लिया कि वही केंद्र व्यवस्थापक है। उसने यह भी बताया कि बेटी इसी केंद्र से हाईस्कूल की परीक्षा दे रही है। यह पता चलते ही एसडीएम ने सचल दल के नीरज चौधरी को केद्र व्यवस्थापक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए।

फिर बिका साल्व पेपर

औरैया के और इलाकों से भी पड़े पैमाने पर नकल की खबरें मिलीं। रूरूगंज में जहां तीन दिन पहले साल्व पेपर सौ-सौ रुपए में बिके थे वहां गुरुवार को फिर साल्व पेपर की फोटो कापी और कार्बन कापियां 50-100 रुपए में बिकीं। यह साल्व पेपर बाकायदा परीक्षा केंद्रों तक पहुंचते रहे, लेकिन फिर शिक्षा विभाग और कोई प्रशासनिक अफसर वहां नहीं पहुंचा। खुलेआम केंद्रों पर नकल भी होती रही।

जांच के आदेश

रूरूगंज में साल्व पेपर बिकने का मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंच चुका है। कमिश्नर कानपुर मो. इफ्तेखारुद्दीन ने संयुक्त निदेशक को मामले की जांच का आदेश दिए हैं। इससे पहले संयुक्त निदेशक ने भी औरैया के जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच के लिए कहा था।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें