कनसास शूटिंग से दहशत में हैं आगरा के डाक्टर-इंजीनियर
भारतीय इंजीनियर की हत्या के बाद से अमेरिका के विभिन्न शहरों में रह रहे ताजनगरी के कई डॉक्टर और इंजीनियर दहशतजदां हैं। उन लोगों में लगातार बेचैनी बढ़ रही है। कई तो सिर्फ घर से दफ्तर और दफ्तर से घर ही...
भारतीय इंजीनियर की हत्या के बाद से अमेरिका के विभिन्न शहरों में रह रहे ताजनगरी के कई डॉक्टर और इंजीनियर दहशतजदां हैं। उन लोगों में लगातार बेचैनी बढ़ रही है। कई तो सिर्फ घर से दफ्तर और दफ्तर से घर ही आ-जा रहे हैं। बाहर अकेले जाना फिलहाल बंद कर दिया है। परिजन लगातार यहां से फोन पर उनकी कुशलक्षेम ले रहे हैं। परिजनों से बातचीत में फिलहाल अमेरिका के हालात ठीक नहीं होना बता रहे हैं।
अमेरिका के कानसास सिटी में बुधवार को भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास (हैदराबाद) की यूएस के ही पूर्व नौसैनिक ने ‘मेरे देश से निकल जाओ कहते हुए गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि एक और भारतीय इंजीनियर हमले में घायल है। दरअसल, ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका में नस्लीय हमले बढ़ गए हैं। इसे हमले को भी नस्लीय हमला माना जा रहा है।
वहीं ताजनगरी से कई इंजीनियर और चिकित्सक अमेरिका के विभिन्न शहरों में बसे हुए हैं। ‘हिन्दुस्तान ने ऐसे ही कुछ इंजीनियर और चिकित्सकों के परिजनों के माध्यम से उनके व अमेरिका के हालात जानने के प्रयास किए। लोगों का कहना है कि अमेरिका में फिलहाल भारतीय के अंदर डर का माहौल बन गया है।
इन्होंने बताए हालात -
- साईं की तकिया निवासी डॉ. डीवी शर्मा की बेटी डॉ. तोषी शर्मा अमेरिका के फ्लोरिडा शहर में पीजी कर रही हैं। घटना के बाद परिजनों ने उनकी कुशलक्षेम ली। परिजनों को बातचीत में उन्होंने बताया कि उनके यहां पर हालात सामान्य है, मगर अखबार और न्यूज चैनलों पर आ रही खबरों से छात्रों में डर जरूर है। वे अपने ग्रुप में ही हैं। कहीं अकेले फिलहाल बाहर नहीं जा रहीं।
- मधुनगर के डिफेंस स्टेट निवासी वरुण पाहूजा यूएस के वाशिंगटन की एक कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। वे अपनी पत्नी के साथ वहां रह रहे हैं। हमले के बाद यहां उनके परिजनों में धड़कनें बढ़ गईं। तब से लगातार परिजन उनसे संपर्क कर रहे हैं। पिता अमित पाहूजा को वरुण ने बताया कि वहां दहशत भरा माहौल है। ऑफिस जा रहे हैं, मगर डर सा लगा रहता है। हालांकि कंपनी प्रबंधन ने उन्हें किसी भी तरह से न डरने को लेकर आश्वस्त किया है।
- सूरजभान फाटक में रहने वाली रामगोपाल के बेटे आलोक गुप्ता यूएस में रिचार्ड शहर में साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। परिजनों को बातचीत में बताया कि न्यूज चैनल पर लगातार आ रही खबरों के बाद से उनके अंदर एक डर सा बना है। हालांकि पुलिसिंग काफी बेहतर है। फिर भी वे ऑफिस आने जाने में एहितयात बरत रहे हेैं।