बुंदेलखण्ड की बदहाली दूर करने के लिए सीएम निजी तौर पर गंभीर: बीजेपी प्रवक्ता
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने बुंदेलखण्ड में बिजली, सड़क एवं पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने, औद्योगिक विकास को बढ़ावा व कानून-व्यवस्था को खत्म करने की सशक्त रणनीति बनाई है। भारतीय जनता पार्टी के...
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने बुंदेलखण्ड में बिजली, सड़क एवं पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने, औद्योगिक विकास को बढ़ावा व कानून-व्यवस्था को खत्म करने की सशक्त रणनीति बनाई है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वयं बुंदेलखण्ड के विकास को लेकर व्यक्तिगत रूप से गंभीर हैं।
इसी का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री ने शासन संभालने के बाद सबसे पहले बुदेलखण्ड का दौरा किया। उन्होंने झांसी के एक स्कूल और अस्पताल का निरीक्षण कर संदेश दिया कि भविष्य में लापरवाही करने वाले अधिकारी व डॉक्टर कार्रवाई से बच नहीं पाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह के चयन के पीछे भी मुख्यमंत्री की दृष्टि में बुंदेलखण्ड रहा है।
उन्हें लगता है कि बुंदेलखण्ड के निवासी होने के नाते सिंह वहां के गांवों में गरीबों एवं दलितों पर अत्याचार से वाकिफ हैं। पुलिस महानिदेशक पर बुंदेलखण्ड के संसाधनों की खनन माफिया के हाथों लूट को रोकने की भी खास जिम्मेदारी होगी। वे कहते हैं कि चूंकि बुंदेलखण्ड विकास से महरूम रहा है। इसलिए यहां अपराध बढ़े हैं और यहां पत्थर एवं नदियों से बालू के अवैध खनन का एक माफिया वर्ग पैदा हो गया।
मुख्यमंत्री इसी वर्ग को समाप्त करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने बुंदेलखण्ड तक छह लेन के जिस एक्सप्रेस वे की घोषणा की है, वह तिर्वा से महोबा के बीच बनेगा। जिस्से दिल्ली से बुंदेलखण्ड के बीच रास्ता आसान हो जाएगा। इसी प्रकार झांसी से महोबा, चित्रकूट होकर इलाहाबाद एवं सोनभद्र तक भी एक एक्सप्रेस वे भविष्य में विकसित करने का विचार है। मुख्यमंत्री ने बुंदेलखण्ड में बिजली की चोरी रोकने के निर्देश दिए हैं। सभी जिला मुख्यालयों को 24 घंटे और ब्लॉक मुख्यालयों में 18 घंटे तक बिजली की उपलब्धता के निर्देश का बुंदेलखण्ड में विशेष रूप से अनुपालन कराया जाएगा।