फोटो गैलरी

Hindi Newsमोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'

...

लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 15 Mar 2017 09:54 AM

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में उत्तर प्रदेश में भाजपा के एक माह लंबे प्रचार अभियान से सियासी माहौल खासा गर्माया रहा। पद पर रहते हुए एक सूबे के चुनाव में इतने बड़े पैमाने पर रैलियां शायद ही देश के किसी प्रधानमंत्री ने की हों।

उत्तर प्रदेश का चुनाव सही मायने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिष्ठा से जुड़ गया है। मोदी ने बिहार की तर्ज पर करीब दो दर्जन मेगा रैलियां यूपी में कीं। जबकि सपा की प्रचार कमान अखिलेश यादव के हाथों में रही। 

VIP उम्मीदवार: मोदी को चुनौती देने वाले अजय राय से लेकर सिबगतुल्ला तक

पीएम मोदी की लोकप्रियता और भाजपा की ओर से किसी को सीएम पद का प्रत्याशी न बनाना भी इसकी अहम वजह रही। मोदी की करिश्माई छवि के बलबूते लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में 71 सीटें जीतने वाली भाजपा ने विधानसभा चुनाव में भी उनकी बेदाग छवि को भुनाने में कसर नहीं छोड़ी। 

यूपी चुनाव: वोट देने गई महिला की हुई मौत

मेगा रोड शो से नया ट्रेंड स्थापित किया

नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में लगातार तीन दिन रहकर मेगा रोड शो के जरिये जनता से सीधे संपर्क साधने की कोशिश की। इस रणनीति से नया सियासी ट्रेंड स्थापित हुआ। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मोदी ने खुद को जिस तरह से विधानसभा चुनाव में झोंका है, उसमें 11 मार्च को नतीजों को उनके प्रदर्शन से भी जोड़ा जाएगा। 'सेंटर फॉर द स्टडीज ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज' (सीएसडीएस) के निदेशक संजय कुमार का कहना है कि वह इसे असामान्य मानते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं याद कि दो दशकों के दौरान या इससे पहले कभी किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा प्रचार किसी विधानसभा चुनाव में किया हो।' 

पहले के पीएम करते थे एकाध रैली

प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए अटल बिहारी बाजपेयी या राजीव गांधी अपने लोकसभा क्षेत्र में एक या दो रैली करते थे, वहीं सभी उम्मीदवार मौजूद रहते थे। पीएम जैसी शख्सियत का लोकसभा क्षेत्र में तीन दिन रहकर प्रचार करना यह पहली बार हुआ है।

आगे की स्लाइड में पढ़ें सीएम अखिलेश यादव ने संभाली चुनावी कमान...

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'1 / 5

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'

 

अखिलेश ने संभाली कमान

सपा की चुनावी कमान अखिलेश यादव ने खुद संभाली और तूफानी दौरों में एक दिन में आधा दर्जन रैलियां भी कीं। पहली बार उनकी पत्नी ¨डपल यादव भी चुनाव में काफी सक्रिय और मुखर दिखीं। मदुभाषी सौम्य बहू डिंपल यादव स्टार प्रचारक बनकर उभरीं और उनकी सभाओं में भारी भीड देखने को मिली। डिम्पल लोकसभा सांसद हैं। 

उत्साही युवाओं को वह अक्सर कहते सुनी गईं कि शिकायत भैया (अखिलेश यादव) से कर दूंगी। वह बडों का ख्याल भी रखती हैं। जौनपुर की रैली में उन्होंने मुंहदिखाई मांग बड़े बूढ़ों का दिल जीत लिया। पारिवारिक कलह के बाद चुनाव का पूरा दारोमदार अखिलेश पर ही था। उनके साथ डिंपल कंधे से कंधा मिलाकर रोड शो और सभाओं में प्रमुखता से नजर आईं।

अगली स्लाइड में पढ़ें कि आखिर सोनिया क्यों रहीं प्रचार से दूर?

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'2 / 5

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'

 

सोनिया प्रचार से दूर रहीं

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा, सपा और कांग्रेस के कई दिग्गजों की कमी खली। खराब सेहत की वजह से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एक भी सीट पर प्रचार करने नहीं गईं। 

सोनिया अमेठी-रायबरेली भी नहीं जा सकीं

दो दशकों में पहली बार ऐसा हुआ जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी किसी भी विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने नहीं गईं। वह कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली भी प्रचार करने नहीं पहुंच सकीं। उन्होंने अगस्त में वाराणसी में रोड शो करके चुनाव प्रचार का आगाज किया था, लेकिन उस वक्त चुनाव घोषित नहीं हुए थे। वर्ष 2012 के चुनाव में भी सोनिया गांधी ने गिनी चुनी सीटों पर प्रचार किया था। इस बार हालांकि प्रियंका गांधी वाड्रा ने जरूर प्रचार किया।

आगे की स्लाइड में पढ़ें कि राहुल गांधी ने यूपी चुनाव में झोंकी पूरी ताकत...

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'3 / 5

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'

 

राहुल ने पूरी ताकत झोंकी

वैसे तो यूपी में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पिछले एक साल से काफी सक्रिय थे। लेकिन चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने करीब 50 रैलियां, चार रोड शो और चार संयुक्त रैलियां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ कीं। 

प्रियंका भी परदे के पीछे रहीं

प्रियंका ने पिछले चुनाव में रायबरेली की हर सीट पर प्रचार की कमान संभाली थी। इस बार प्रियंका भी केवल एक बार रायबरेली गईं। उन्होंने अमेठी से भी खुद को दूर रखा। वे दिल्ली में परदे के पीछे से रणनीतिक प्रबंधन में सक्रिय रहीं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस बार डिंपल यादव के साथ मिलकर प्रचार की कमान संभाली और कई बार मंच पर ये दोनों एक साथ प्रचार करती दिखाई दीं।

अगली स्लाइड में पढ़ें कि मुलायम ने किन सीटों पर किया प्रचार

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'4 / 5

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'

 

तीन सीटों पर मुलायम ने किया प्रचार

पार्टी में अंदरूनी उठापटक के चलते सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव अधिकतर मौकों पर प्रचार से दूर ही रहे। वह अपने भाई शिवपाल यादव और बहू अपर्णा यादव के अलावा केवल एक अन्य उम्मीदवार पारसनाथ यादव के लिए जौनपुर में प्रचार करने गए। भाजपा से लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी भी सक्रिय नहीं रहे। कल्याण सिंह राज्यपाल होने के नाते प्रचार से दूर रहे।

अजित सिंह जाटलैंड में सिमट गए

राष्ट्रीय लोकदल के नेता अजित सिंह जाटलैंड में सिमट गए। उन्होंने हर दिन दो से तीन रैली की। जयंत ने तीन से पांच रैलियां रोज की। जबकि जयंत पूरे प्रदेश में प्रचार करने गए। अजित सिंह के प्रभाव वाले क्षेत्र की अधिकतर सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही रहीं।
 

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'5 / 5

मोदी की मुहिम से यूपी में गर्माया रहा माहौल, ट्रेंड में रहा 'रोड शो'

अगला लेख पढ़ें
अगला लेख