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यूपी: नीली बत्ती का मोह छोड़ नहीं पा रहे अधिकारी

प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक लाल-नीली बत्ती पर रोक का फरमान जारी कर चुके हैं। आदेश के बाद मंत्री व तमाम अफसर खुद लाल-नीली बत्ती हटाने लगे हैं लेकिन बनारस में तैनात पीसीएस अफसर अभी नीली बत्ती...

यूपी: नीली बत्ती का मोह छोड़ नहीं पा रहे अधिकारी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 23 Apr 2017 01:45 AM
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प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक लाल-नीली बत्ती पर रोक का फरमान जारी कर चुके हैं। आदेश के बाद मंत्री व तमाम अफसर खुद लाल-नीली बत्ती हटाने लगे हैं लेकिन बनारस में तैनात पीसीएस अफसर अभी नीली बत्ती का मोह छोड़ नहीं पा रहे हैं। इन अफसरों ने उत्तर प्रदेश सिविल सेवा एसोसिएशन के अध्यक्ष को पत्र लिखकर नीली बत्ती के प्रयोग को आवश्यक बताते हुए इसके प्रयोग की मांग की है।

दो दिन पहले मुख्यमंत्री के फरमान के तत्काल बाद महापौर राम गोपाल मोहले, जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर, डीएम योगेश्वर राम मिश्र, अपर आयुक्त ओमप्रकाश चौबे समेत कई अफसरों ने खुद अपने वाहन से नीली-लाल बत्ती हटा ली। मगर पीसीएस अफसरों ने इसे कानून व्यवस्था का मामला बताते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष को पत्र भेजकर सरकार से नीली बत्ती लगाने की मांग की है। 

पत्र पर नगर आयुक्त, एडीएम सिटी, सीआरओ, एडीएम प्रशासन, सिटी मजिस्टे्रट, अपर नगर आयुक्त, अपर नगर मजिस्ट्रेट समेत एक दर्जन अफसरों के हस्ताक्षर हैं। कहा गया है कि राजस्व अधिकारी आपदा प्रबंधन के नोडल अधिकारी का भी दायित्व निभाते हैं जो आपात कालीन सेवाओं के तहत आता है। इसके अलावा कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भी होती है। धरना प्रदर्शन, आंदोलन, दंगा एवं शांति भंग की स्थितियों में रात-दिन पुलिस के साथ चक्रमण करना होता है। ऐसे में बिना नीली बत्ती के भीड़ पर काबू पाना, निरीक्षण का नेतृत्व करना कठिन हो जाएगा।

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