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Hindi Newsअखिलेश को मिली सपा की कमान, मुलायम सिंह बने संरक्षक व मार्गदर्शक

अखिलेश को मिली सपा की कमान, मुलायम सिंह बने संरक्षक व मार्गदर्शक

समाजवादी पार्टी में मचा घमासान फिलहाल अभी थमता हुआ नहीं दिखाई पड़ रहा है। मुलायम सिंह यादव द्वारा एक दिन पहले सुलह-समझौता कराए जाने के बाद रविवार को जनेश्वर मिश्र पार्क में बुलाए गए सपा के विशेष...

अखिलेश को मिली सपा की कमान, मुलायम सिंह बने संरक्षक व मार्गदर्शक
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 01 Jan 2017 02:36 PM
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समाजवादी पार्टी में मचा घमासान फिलहाल अभी थमता हुआ नहीं दिखाई पड़ रहा है। मुलायम सिंह यादव द्वारा एक दिन पहले सुलह-समझौता कराए जाने के बाद रविवार को जनेश्वर मिश्र पार्क में बुलाए गए सपा के विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया।

नए सिरे से गठित होगी राष्ट्रीय कार्यकारिणी

अधिवेशन में प्रस्ताव प्रो. रामगोपाल यादव ने रखा। रामगोपाल ने पहला प्रस्ताव अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का रखा, जिसका वहां मौजूद सभी लोगों ने हाथ उठा कर स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अखिलेश को राष्ट्रीय कार्यकारिणी, संसदीय बोर्ड और देश के सभी संगठनों का जरूरत के मुताबिक गठन करने का अधिकार दिया गया। इस प्रस्ताव की सूचना चुनाव आयोग को दी जाएगी।

हाथ उठवा कर लिया समर्थन

विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन में दूसरा प्रस्ताव रखते हुए रामगोपाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी की राय है कि नेता जी मुलायम सिंह यादव को सर्वोच्च रहनुमा मानते हुए उन्हें संरक्षक बनाते हुए और मार्गदर्शक मान कर राय ली जाएगी। इस प्रस्ताव पर भी वहां उपस्थित कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से हाथ उठवा कर समर्थन लिया गया।

शिवपाल हटे, अमर हुए बाहर

अधिवेशन में शिवपाल सिंह यादव को सपा प्रदेश अध्यक्ष पद से तत्काल हटाने और अमर सिंह को निष्कासित किए जाने का भी प्रस्ताव रखा गया। विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन की अध्यक्षता राज्यसभा सदस्य किरनमय नंदा ने की। हालांकि, उनके आने से पहले इसकी जिम्मेदारी रामगोविंद चौधरी को दी गई थी। मंच पर नरेश अग्रवाल के साथ बलराम यादव, अहमद हसन, राजेंद्र चौधरी, एसआरएस यादव, कमाल अख्तर, मधु गुप्ता, विनोद सिंह पंडित सिंह, शाहिद मंजूर, महबूब अली और अरविंद सिंह गोप आदि उपस्थित थे।

मुलायम, शिवपाल, आजम नहीं आए

समाजवादी पार्टी के इस विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन की खास बात यह रही कि पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और एक दिन पहले सुलह-समझौते के सूत्रधार बनने वाले आजम खां इसमें नहीं दिखे।

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