स्पाइनल इंजरी सेंटर में बनेगा बरेली का पहला ट्रामा सेंटर
पीलीभीत बाईपास पर सन 2004 में प्रदेश का पहला स्पाइनल इंजरी सेंटर बनाया गया था। प्रदेश सरकार ने सेंटर बनाने के लिए केंद्र को जमीन मुफ्त दी थी। बिल्डिंग निर्माण पर दो करोड़ खर्च हुए थे। 2007 से...
पीलीभीत बाईपास पर सन 2004 में प्रदेश का पहला स्पाइनल इंजरी सेंटर बनाया गया था। प्रदेश सरकार ने सेंटर बनाने के लिए केंद्र को जमीन मुफ्त दी थी। बिल्डिंग निर्माण पर दो करोड़ खर्च हुए थे। 2007 से केंद्र से सेंटर की फंडिंग बंद कर दी। एक डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ मरीजों की फीस से किसी तरह वेतन निकाल पा रहे हैं। सेंटर में सिर्फ ओपीडी की सुविधा बची है।
कमिश्नर प्रमांशु यादव ने स्वास्थ्य अफसरों की मदद से स्पाइनल इंजरी सेंटर में ट्रामा सेंटर खोलने का प्रस्ताव तैयार किया। कमिश्नर ने विकलांग कल्याण के प्रमुख सचिव को स्वास्थ्य विभाग को सेंटर हैंडओवर करने का प्रस्ताव भेज दिया। स्वास्थ्य विभाग पहले ही स्पाइनल इंजरी सेंटर को टेकओवर करने को तैयार है। डीजी हेल्थ डा. सुनील कुमार ने ट्रामा सेंटर के लिए डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ तैनात करने का भरोसा प्रशासनिक अफसरों को दिया है।
बदलेगी सेंटर की सूरत
स्पाइनल सेंटर की बिल्डिंग में ट्रामा सेंटर बनाने के लिए प्रदेश सरकार बजट रिलीज करेगी। सेंटर की बिल्डिंग को दुरुस्त कराया जाएगा। यहां घायलों को भर्ती करने के साथ पैथोलॉजी जांच, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्केन समेत तमाम सुविधा मुहैया कराई जाएंगी।
सेंटर की है शानदार कनेक्टिविटी
स्पाइनल इंजरी सेंटर की शानदार कनेक्टिविटी है। बरेली से सटे पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं और दिल्ली रोड के मरीजों को ट्रामा सेंटर पहुंचना आसाना होगा। पीलीभीत बाइपास की दूसरे शहरों से बेहतर कनेक्टिविटी है। ट्रैफिक जाम की दिक्कत भी इस रोड पर नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग करेगा संचालन
अभी स्पाइनल इंजरी सेंटर का संचालन विकलांग बोर्ड कर रहा है। सेंटर हैंडओवर होने के बाद संचालन की जिम्मेदार प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की होगी। डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ को वेतन भी स्वास्थ्य विभाग देगा।
स्पाइनल इंजरी सेंटर को स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर करने का प्रस्ताव विकलांग कल्याण के प्रमुख सचिव को भेज दिया है। स्पाइनल इंजरी सेंटर में ट्रामा सेंटर खोलने की तैयारी है। बिल्डिंग हैंडओवर होते ही सेंटर का संचालन स्वास्थ्य विभाग करेगा। मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधाएं मिल सकेंगी। यह बरेली के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
- प्रमांशु यादव, कमिश्नर
ये सुविधाएं पहले से हैं स्पाइनल सेंटर
सेंटर में फिजियोथैरेपी विभाग, पैथोलॉजी, एक्स-रे, इमरजेंसी वार्ड, जनरल वार्ड, सेमी प्राइवेट वार्ड, प्राइवेट वार्ड और ऑपरेशन थियरेटर समेत कई विभागों की बिल्डिंग स्पाइनल इंजरी सेंटर में बनी है।