कैंट स्टेशन पर पानी के लिए मारामारी, यात्री भिड़े
रेल अधिकारियों की अनदेखी और आईआरसीटीसी की लापरवाही के चलते शनिवार को हजारों यात्री शुद्ध और ठंडे पानी के लिए परेशान हुए। बनारस से गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों के कंठ सूखे रहे। उत्तर रेलवे के कई...
रेल अधिकारियों की अनदेखी और आईआरसीटीसी की लापरवाही के चलते शनिवार को हजारों यात्री शुद्ध और ठंडे पानी के लिए परेशान हुए। बनारस से गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों के कंठ सूखे रहे। उत्तर रेलवे के कई स्टेशनों और ट्रेनों में रेल नीर की सप्लाई नहीं हुई। पानी के लिए कई यात्री मशीन ऑपरेटर से भिड़ गए। चार यात्रियों में भी मारपीट हो गई।
शनिवार को बनारस में रेलनीर का स्टॉक शून्य पर पहुंच गया। खपत के सापेक्ष दानापुर वाटर प्रोजेक्ट से रेलवे स्टशनों को कम मात्रा में रेल नीर मिल पा रहा है। आईआरसीटीसी की ओर से रेल नीर बनारस नहीं पहुंचा तो कैंटीन, फूड प्लाजा, स्टॉल पर शनिवार को यात्रियों को बोतल बंद पानी नहीं मिला। उत्तर रेलवे के जंघई, सेवापुरी, काशी, भदोही समेत कई स्टेशनों के किसी भी स्टॉल पर रेल नीर नहीं दिखा।
कैंट स्टेशन पर 6 आरओ प्वाइंट हैं, जो गर्म पानी दे रहे हैं। 10 वाटर कूलर अभी चालू नहीं हुए हैं। शनिवार को दर्जनों ट्रेनों की पैंट्रीकार भी सूखी रही। काशी विश्वनाथ एक्स, रत्नागिरी एक्स, महानगरी एक्सप्रेस, महामना एक्सप्रेस, गरीब रथ, कामायनी एक्सप्रेस सहित एक दर्जन ट्रेनों के पैंट्रीकार बिना रेलनीर रवाना हुई।
उत्तर रेलवे के डीआरएम सतीश कुमार ने कहा कि स्टेशन और ट्रेनों में रेलनीर की आपूर्ति न होना गंभीर बात है। ऐसा क्यों हुआ, इसकी जांच कराई जाएगी। यात्री सुविधाओं में लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई होगी। स्थानीय अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है।