मिस्र: गिरजाघरों में धमाके
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मिस्र: गिरजाघरों में धमाके
राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी ने सैन्य अस्पतालों को घायलों का उपचार करने का आदेश दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी इस्लामी शिक्षण संस्था अल-अजहर ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह सभी मिस्रवासियों के खिलाफ अंजाम दिया गया अपराध है। ये विस्फोट पोप फ्रांसिस के आगामी मिस्र दौरे से कुछ दिन पहले हुए हैं। पोप 28-29 अप्रैल को मिस्र के दौरे पर होंगे।
मिस्र: गिरजाघरों में धमाके
मिस्र के ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय को इस्लामी आतंकवादी निशाना बनाते रहते हैं। वर्ष 2013 में सेना ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी का तख्तापलट कर दिया था, जिसके बाद से हमलों की संख्या बढ़ गई है। निर्वाचित नेता मोहम्मद मुरसी मुस्लिम ब्रदरहुड के थे। मिस्र की 8.5 करोड़ की आबादी में कॉप्टिक ईसाईयों की संख्या 10 फीसदी है।