साक्षी ने दिलाया भारत को पहला पदक
साक्षी ने दिलाया भारत को पहला पदक
साक्षी ने दिलाया भारत को पहला पदक
ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान 23 वर्षीय साक्षी ने कहा योगेश्वर दत्त और सुशील कुमार मेरे आदर्श पहलवान हैं। दोनों ने ओलंपिक में पदक जीते और मुझे खुशी है कि मैंने इनके पदचिन्हों पर चलते हुए पदक हासिल कर लिया। पहले राउंड की समाप्ति पर 0-5 से पीछे हो चुकीं ‘कमबैक क्वीन’ कही जाने वाली साक्षी ने अपने नाम की प्रतिष्ठा के अनुरूप दूसरे राउंड में जबरदस्त वापसी करते हुये सारा पासा पलट दिया।
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साक्षी ने दिलाया भारत को पहला पदक
पहले राउंड में पिछड़ने के बारे में उन्होंने कहा मेरी प्रतिद्वंदी पहलवान मेरी छोटी ऊंगली को मरोड़ने की कोशिश कर रही थी और मैं इससे बाहर निकलना चाह रही थी। मैं इस स्थिति में आक्रमण नहीं कर सकती थी। ब्रेक के दौरान कोच ने कहा कि 3 मिनट ही बचे हैं और उन्होंने मुझे हैंड टू हैंड खेलने की बजाय बाहर से आक्रमण करने की सलाह दी और यह दांव मेरे काम आया।
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भारतीय पहलवान क्वार्टर फाइनल में हार गयी थीं लेकिन उनकी विपक्षी रूसी पहलवान के फाइनल में पहुंचने के कारण साक्षी को रेपचेज में उतरने का मौका मिला। रेपचेज में साक्षी ने मंगोलिया की ओरखोम बरवोर्ज को 12-3 से पीटकर कांस्य पदक मुकाबले में जगह बना ली। प्रतिद्वंदी पहलवान एसुलू तिनिबेकोवा को पस्त कर कांस्य जीतते ही भारतीय कोच ने मैट पर दौड़कर साक्षी को हाथों में उठा लिया।
साक्षी ने दिलाया भारत को पहला पदक
ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान 23 वर्षीय साक्षी ने कहा योगेश्वर दत्त और सुशील कुमार मेरे आदर्श पहलवान हैं। दोनों ने ओलंपिक में पदक जीते और मुझे खुशी है कि मैंने इनके पदचिन्हों पर चलते हुए पदक हासिल कर लिया। पहले राउंड की समाप्ति पर 0-5 से पीछे हो चुकीं ‘कमबैक क्वीन’ कही जाने वाली साक्षी ने अपने नाम की प्रतिष्ठा के अनुरूप दूसरे राउंड में जबरदस्त वापसी करते हुये सारा पासा पलट दिया।