नाम: दान सिंह भंडारी पार्टी नाम: कांग्रेस
भाजपा से भीमताल विधायक चुने गए दान सिंह भंडारी अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उनकी विधानसभा सदस्यता चली गई है। दान सिंह भंडारी उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक में कर्मचारी रहे। वह रामपुर ब्रांच में कार्यरत थे। हालांकि राजनीति में उनकी पूर्व से ही दिलचस्पी थी। इसी कारण 2000 में उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद वह नौकरी छोड़ कर पूरी तरह राजनीति में आ गए। 2008 में रामगढ़ विकासखंड के ल्वैशाल से क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए। वह ब्लॉक प्रमुख भी रहे। भंडारी के प्रयासों से 2010 में पर्वतीय किसान उत्थान मंच की स्थापना हुई। इसके माध्यम से उन्होंने किसानों के लिए काम किया। 2012 में भाजपा ने भीमताल विधानसभा सीट से उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया। इस सीट पर शिक्षा मंत्री रहे गोविंद सिंह बिष्ट का टिकट काटा था। भंडारी ने जीत दर्ज कर सीट भाजपा की झोली में डाल दी। वर्ष 2016 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता से त्यागपत्र देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया। उनका कहना है कि विधायक रहते हुए भी क्षेत्र का विकास न कर पाने के कारण उन्होंने भाजपा से त्यागपत्र दिया।पार्टी खबर
<< 1 >>
पार्टी को जाने
चुनावी समीक्षा
- अब भी मुख्यधारा से दूर हैं UP के दलितः वरुण गांधी छुआछूत का पारंपरिक दोष आज भी हमारे समाज में कायम है। अब भी इसकी जडे़ं गहरी हैं। अलग-अलग श्रेणियों व पायदानों के बहाने समाज के लाखों लोगों को उन कामों में रमने को मजबूर किया गया।
- वाम दलों के पास यूपी के मध्यम वर्ग लायक कोई ब्लू प्रिंट नहीं आजादी के बाद यूपी में पैदा हुए मध्यवर्ग की प्रकृति और उसकी राजनीतिक-बौद्धिक-पेशेवर क्षमताओं को समझने व उनके अनुकूल अपने क्रांतिकारी औजारों को निर्मित करने में वाम पूरी तरह असमर्थ रहा है।