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लोकमान्य तिलक हादसाः रेल पथ निरीक्षक की लापरवाही सामने आई

मुम्बई से लखनऊ जा रही लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस (22121) रविवार को उन्नाव स्टेशन पर पलटते बची। एक झटके के साथ ट्रेन के 11 कोच पटरी से उतर गए। हादसे के पीछे प्रथम दृष्ट्या रेलवे विभाग की लापरवाही...

लोकमान्य तिलक हादसाः रेल पथ निरीक्षक की लापरवाही सामने आई
हिन्दुस्तान संवाद,उन्नावSun, 21 May 2017 09:10 PM
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मुम्बई से लखनऊ जा रही लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस (22121) रविवार को उन्नाव स्टेशन पर पलटते बची। एक झटके के साथ ट्रेन के 11 कोच पटरी से उतर गए। हादसे के पीछे प्रथम दृष्ट्या रेलवे विभाग की लापरवाही सामने आई है। रेल पथ निरीक्षक की ड्यटी रहती है कि वह अपने- अपने क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर लगातार नजर रखें। स्थानीय नागरिक पूर्व रेलवे गार्ड अमृतलाल का कहना है कि पेन्ड्रॉल क्लिप न होने से क्षतिग्रस्त स्लीपर पर ट्रेन जा रही थी। जिससे बोगियां पटरी से उतर गईं। यह तो ईश्वर का शुक्र और ट्रेन के ड्राइवर की सूझबूझ और अनुभव का परिणाम है कि बड़ा हादसा टल गया। 

उन्नाव स्टेशन का क्षतिग्रस्त प्लेटफॉर्म

पटरियों की जांच में लापरवाही
रेल पथ निरीक्षकों की जिम्मेदारी होती है कि वह पटरियों की हिफाजत करें। इसके लिए उनकी जिम्मेदारी प्रति किमी तय होती है, लेकिन अक्सर देखा जाता है कि पटरियों की रखवाली के लिए रखे जाने वाले निरीक्षक पटरियों की जांच में केवल खानापूरी ही करते हैं। यदि जिम्मेदारी से कार्य किया जाता तो ट्रेन पटरी से न उतरती।

पहले की घटनाओं से नहीं लिया सबक
मगरवारा के पास छमकनाली के पास मालगाड़ी के 12 डिब्बे 12 जनवरी 2017 को पटरी से उतर कर क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसके अलावा कुसुम्भी, सोनिक, लखनऊ आउटर समेत आधा दर्जन स्थानों पर पटरी टूटने व चिटकने की समस्याएं सामने आ चुकी है। अभी हाल ही में कुसुम्भी रेलवे स्टेशन पर चटकी पटरी से कई ट्रेनें निकल गईं थी। बाद में जब रेलवे प्रशासन को पता चला तो उसके होश उड़ गए थे। 

ये डिब्बे हुए बेपटरी
एलटीटी एक्सप्रेस में कुल 20 डिब्बे लगे हुए थे। मुख्य टिकट निरीक्षक एनके तिवारी के मुताबिक ट्रेन में 1060 मुसाफिर थे। जिसमें इंजन और 16856/सी लगेज के बाद 14110/सी-बी-1 से लेकर बी-11 तक सभी डिब्बे बेपटरी हो गए। बी-11 के बाद लगी रसोईया बोगी और उसके पीछे 13002/सी-एच-1, 15016/सी-एचए-1, 16060/सी-ए-1, 16051/सी-ए-2, 15057/सी-ए-3, 13057/सी-ए-4 के बाद सामान ब्रेक और जेनरेटर कार पटरी से नहीं उतर पाए थे।

पुलिस ने यात्रियों की खूब की मदद 
ट्रेन हादसे की सूचना मिलते ही एसपी नेहा पाण्डेय मौके पर पहुंच गई। एसपी के निर्देश पर सभी सर्किल के सीओ और एसओ के अलावा थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। थानों के दरोगा से लेकर महिला व पुरुष सिपाहियों ने ट्रेन की डिब्बों में सफर कर रहे यात्रियों व उनके लगेज को बाहर निकाल कर प्लेटफार्म तक पहुंचाया।

झटकों से लगा मानो भूकंप आया हो
ट्रेन हादसा होने के दौरान स्टेशन के आसपास का इलाके में भीषण झटके महसूस किए गए। आसपास के लोगों ने समझा भूकंप आ गया है। क्रासिंग नंबर 34 के निकट स्थित दुकानदारों में हड़कंप मच गई। तभी जानकारी मिली कि ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। लोगों ने घटनास्थल पर पहुंच कर मोबाइल से फोटो और जानकारी देनी शुरू कर दी। फिर क्या था, आनन फानन पुलिस से लेकर रेलवे के अधिकारी घटनास्थल पर भागते नजर आ रहे थे 
 

उन्नाव स्टेशन का क्षतिग्रस्त प्लेटफॉर्म

मवेशी आने से बड़ा हादसा टला, ट्रैक था कमजोर 
एलटीटी के गार्ड उमेश यादव ने बताया कि क्रासिंग नंबर 35 पर मवेशी के आ जाने से ट्रेन को 5 मिनट के लिए रोक दिया गया था। जिसकी वजह से ट्रेन की गति काफी धीमी थी। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। गार्ड के मुताबिक ट्रैक के कमजोर होने से ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए है। केवल 11 डिब्बे पटरी से उतरे है। डिब्बों के बेपटरी होने से हुए शोर को सुनकर ड्राइवर ने प्लेटफार्म पर पहुंचने से पहले ही ट्रेन को रोक दिया। मगर तब तक ट्रेन के बीच में लगे 11 डिब्बे पटरी से उतर चुके थे।

जानकारी पर पहुंचे उच्चाधिकारी
हादसे की जानकारी होने के बाद घटनास्थल पर रेलवे एसपी सौमित्र यादव, आईजी लखनऊ जय नारायण सिंह, आईजी रेलवे विनोद कुमार, एडीआरएम एसके साप्रा, एडीजी अभय प्रताप सिंह, एसटीएफ प्रभारी हेमंत त्यागी, एनडीआरएफ प्रभारी हरपाल के अलावा प्रभारी डीएम संजीव सिंह, एसपी नेहा पाण्डेय, एसडीएम मेधा रूपम आदि मौजूद रहे।

विधायकों ने मौके पर पहुंचे, की जांच-पड़ताल
ट्रेन हादसे की सूचना मिलते ही भाजपा के बांगरमऊ विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और सदर विधायक पंकज गुप्त अपने कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। विधायकों ने घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों से यात्रियों को त्वरित सहायता मुहैय्या करवाए जाने की बात कही और मौके पर जाकर पटरियों की जांच पड़ताल भी की। इस मौके पर सुरेश पाण्डेय, विवेक मिश्र, अमित धर द्विवेदी, ललित द्विवेदी, विमल द्विवेदी, अजित सिंह, दैनिक यात्री संघ जिलाध्यक्ष मुर्तजा हैदर रिजवी आदि मौजूद रहे। 

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