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प्रयाग बनेगा सौर ऊर्जा का भी हब

थर्मल पावर उत्पादन के साथ इलाहाबाद में जल्द ही बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा से भी बिजली पैदा होने लगेगी। गुजरात की तरह मेजा में सोलर एनर्जी पार्क के निर्माण ने गति पकड़ ली है। अब विभिन्न संस्थानों में...

प्रयाग बनेगा सौर ऊर्जा का भी हब
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 21 Mar 2017 07:20 PM
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थर्मल पावर उत्पादन के साथ इलाहाबाद में जल्द ही बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा से भी बिजली पैदा होने लगेगी। गुजरात की तरह मेजा में सोलर एनर्जी पार्क के निर्माण ने गति पकड़ ली है। अब विभिन्न संस्थानों में छोटे-छोटे सोलर प्लांट लगाकर विद्युत उत्पादन की पहल की जा रही है। इलाहाबाद पुलिस लाइन को भी इसके लिए चुना गया है।

मेजा तहसील के कोसड़ा गांव में सौ हेक्टेयर क्षेत्र में सौर ऊर्जा पार्क का निर्माण लगभग 80 फीसदी पूरा हो चुका है। अगस्त तक इस संयंत्र से 50 मेगावाट उत्पादन होने लगेगा। कुछ विभागों में सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन की शुरुआत भी हो चुकी है। विकास भवन की छत पर लगे प्लांट में पिछले एक महीने से 70 किलोवाट उत्पादन हो रहा है। दो निजी भवनों में भी सोलर एनर्जी से सात किलोवाट बिजली पैदा हो रही है। शहर के कई बड़े संस्थान भी सौर ऊर्जा प्लांट लगाने जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि पहल की यह गति बरकरार रही तो प्रयाग जल्द ही सौर ऊर्जा का बड़ा हब बन जाएगा। नेडा के स्थानीय अभियंता मोहम्मद शाहिद का कहना है कि सरकारी व गैर सरकारी प्रतिष्ठानों के साथ व्यक्तिगत तौर पर भी लोग सौर ऊर्जा के प्लांट स्थापित करा रहे है। उम्मीद है कि अगले दो साल में जिले में बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा पैदा होने लगेगी। इससे बिजली कटौती से काफी हद तक निजात मिलेगी।

शहर में प्रस्तावित व निर्माणाधीन सौर ऊर्जा प्लांट

1. पुलिस लाइन में 130 किलोवाट का प्लांटः पुलिस लाइन में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए सर्वे पूरा हो चुका है। इसके लिए 74.88 लाख रुपये मंजूर भी हो गए हैं। निर्माण जल्द शुरू होगा।2. कमिश्नरी में 50 किलोवाट का संयंत्र- कमिश्नरी में भी 50 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का काम चल रहा है। तीन महीने के भीतर उत्पादन शुरू हो जाएगा। 3. ट्रिपलआईटी में लग रहा 300 किलोवाट का प्लांटः भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान झलवा में भी 2.40 करोड़ रुपये की लागत से सौर ऊर्जा संयंत्र का निर्माण कराया जा रहा है। यहां 300 किलोवाट उत्पादन होगा।

प्रस्तावित परियोजनाएं-

1. नगर निगम में लगेगा सौर ऊर्जा प्लांटः इसमें होगा 110 किलोवाट बिजली का उत्पादन।2. हाईकोर्ट भवन पर 300 किलोवाट का संयंत्र लगाने की योजना3. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की तैयारी4. मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में भी प्लांट का है प्रस्ताव5. इसके साथ व्यक्तिगत तौर पर भी एक दर्जन लोगों ने सौर ऊर्जा प्लांट के लिए किया आवेदनग्रिड को देनी होगी बिजलीसौर ऊर्जा से जो भी बिजली पैदा होगी उसे नार्दन ग्रिड को देना होगा। इसके लिए हर प्लांट में नेट एनर्जी मीटर लगाया जा रहा है। लगाने वाला संस्थान जितनी बिजली का उपयोग करेगा। उसे मिलेगी। खर्च से अधिक उत्पादन होने पर संस्थान बिजली बेच भी सकता है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन उसकी कीमत देगा। व्यक्तिगत प्लांट लगाने पर 15 फीसदी अनुदानसरकारी व गैर सरकारी संस्थानों को सौर ऊर्जा प्लांट लगाने पर कोई अनुदान नहीं मिलेगा। अपने घर की छत पर प्लांट लगाने पर 15 फीसदी अनुदान सरकार की ओर से दिया जाएगा। इसके लिए विकास भवन में स्थित नेडा के दफ्तर में आवेदन करना होगा।

थर्मल पावर का भी केंद्र बन रहा अपना जिला

यमुनापार क्षेत्र में तीन थर्मल पावर बनाने की घोषणा की गई थी। इनमें से जेपी ग्रुप के बारा थर्मल पावर प्लांट की दो इकाइयों में 1320 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। तीसरी इकाई भी इस महीने चालू हो जाएगी। अगले महीने तक प्लांट में 1980 मेगावाट बिजली का उत्पादन होने लगेगा। मेजा में एनटीपीसी व प्रदेश सरकार के सहयोग से बन रहे 1980 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट का 80 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है। इसमें 660 मेगावाट की तीन इकाइयों में उत्पादन होगा। पहली इकाई के दो महीने में चालू होने की संभावना है। करछना में भी 1980 मेगावाट का पावर प्लांट बन रहा है। अभी इसकी चहारदीवारी ही चारों तरफ से बन पाई है। छह महीने से काम रुका हुआ है।

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