ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशबिजलीघर बनाने को नहीं मिली पर्याप्त जगह

बिजलीघर बनाने को नहीं मिली पर्याप्त जगह

श्वांस के मरीज भी परेशान, कई भर्तीइलाहाबाद प्रमुख संवाददाता मौसम बदलने से बच्चे, बूढ़े व जवान हर उम्र के लोग खांसी, सर्दी व वायरल बुखार की चपेट में आ गए हैं। अस्थमा का अटैक भी तेज हो गया है। शहर के...

बिजलीघर बनाने को नहीं मिली पर्याप्त जगह
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 25 Feb 2017 06:30 PM
ऐप पर पढ़ें

श्वांस के मरीज भी परेशान, कई भर्ती

इलाहाबाद प्रमुख संवाददाता

मौसम बदलने से बच्चे, बूढ़े व जवान हर उम्र के लोग खांसी, सर्दी व वायरल बुखार की चपेट में आ गए हैं। अस्थमा का अटैक भी तेज हो गया है। शहर के सभी सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की कतार लंबी हो गई है।

बेली अस्पताल के ओपीडी में शनिवार को दो हजार मरीज पहुंचे थे। इनमें से एक हजार से अधिक लोग वायरल बुखार व डायरिया से पीड़ित थे। आधा दर्जन श्वांस के मरीजों को भर्ती भी करना पड़ा। इनकी हालत नाजुक थी। इस अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीके सिंह का कहना पिछले पांच दिनों से ओपीडी में मरीजों की तादाद बढ़ गई है। मौसम में आए बदलाव से हर घर में लोग वायरल बुखार से पीड़ित हैं। अस्थमा का अटैक भी तेज हो गया है। एसआरएन अस्पताल में भी यही हाल है। मेडिसिन विभाग के पांच ओपीडी में अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। मेडिसिन विभाग के असिस्टेंड प्रोफेसर डॉ. मनोज माथुर ने बताया कि वायरल बुखार व डायरिया से तो लोग परेशान ही है। सबसे अधिक दिक्कत श्वांस के मरीजों को हो रही है। दो दिन के दौरान अस्थमा के अटैक वाले 15 मरीजों को भर्ती करना पड़ा। मौसम में आए बदलाव का सबसे अधिक खामियाजा श्वांस के मरीजों को ही भुगतना पड़ रहा है। चिल्ड्रेन अस्पताल की ओपीडी में भी शनिवार को ढाई सौ बच्चों को देखा गया। इस अस्पताल की प्रभारी डॉ. अनुभा श्रीवास्तव का कहना है कि वायरल बुखार के साथ, निमोनिया व डायरिया के मरीज ओपीडी में अधिक आ रहे हैं। मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय1- सुबह शाम गर्म कपड़े पहनकर ही बाहर निकलें2- पंखा व कूलर से परहेज करें3- आइसक्रीम, ठंडे पेय पदार्थ व फ्रिज के ठंडे पानी का प्रयोग न करें4- अस्थमा के मरीज इनहेलर साथ लेकर चलें, परेशानी होने पर डॉक्टर की सलाह लें5- श्वांस के मरीज सुबह की सैर धूप निकलने के बाद ही करें

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें