एयरपोर्ट टर्मिनल बनने से इलाहाबाद से बढ़ेगी विमान सेवा
बम्हरौली एयरपोर्ट का नया टर्मिनल बने तो यहां से विमान सेवा बढ़ेगी। दिल्ली के अलावा इलाहाबाद और मुबई, बेंगलूरू और कोलकाता के बीच की दूरी दो घंटों तक सिमट जाएगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी के पास टर्मिनल नहीं...
बम्हरौली एयरपोर्ट का नया टर्मिनल बने तो यहां से विमान सेवा बढ़ेगी। दिल्ली के अलावा इलाहाबाद और मुबई, बेंगलूरू और कोलकाता के बीच की दूरी दो घंटों तक सिमट जाएगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी के पास टर्मिनल नहीं होने से अन्य शहरों के लिए विमान सेवा शुरू नहीं हो पा रही है।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद आएगी काम में तेजी
प्रदेश में नई सरकार के आने से सालों से ठप इलाहाबाद एयरपोर्ट के काम आगे बढ़ने की उम्मीद वैसी ही जगी थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद निर्माण कार्य को पंख लगेंगे। तीन साल से आया बजट अब तक रखा हुआ है। राज्य सरकार के जमीन उपलब्ध कराते ही टर्मिनल के लिए नई इमारत का निर्माण शुरू हो जाएगा।
तीन साल पहले साइन हुआ था एमओयू
टर्मिनल बनाने के लिए तीन साल पहले एयरपोर्ट एथॉरिटी ऑफ इंडिया और राज्य सरकार में मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन हुआ था। इसके तहत 82 एकड़ जमीन राज्य सरकार को अधिग्रहित कर एयरपोर्ट एथॉरिटी को सौंपना है। लगभग तीन साल पहले इसके लिए केन्द्र सरकार से बजट भी पास हो चुका है। अगर भूमि मिल जाए तो विकास का काम तेज हो जाए। जिला प्रशासन के साथ पिछली बैठकों में ये मुद्दा उठ चुका है। बावजूद इसके हर बार आश्वासन ही मिला है जमीन कभी नहीं मिली।
ये होना है काम
एयरपोर्ट का टर्मिनल बनाया जाना है। खुद की पार्किंग होगी और खुद का पूरा भवन होगा। इस वक्त एयरपोर्ट में भवन की कमी होती है। इसके साथ ही आसपास के पूरे क्षेत्र को विकसित किया जाएगा जिससे लोगों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में आसानी हो।
डिप्टी सीएम से है उम्मीद
एयरपोर्ट एथॉरिटी के सदस्य रहे वर्तमान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से जमीन अधिग्रहण को लेकर उम्मीद है। एयरपोर्ट एथॉरिटी के वरिष्ठ अफसरों का कहना है कि जब श्री मौर्य सांसद थे तब भी उन्होंने भूमि के लिए काफी प्रयास किया था। अब प्रदेश में डिप्टी सीएम बनने के बाद पूरी उम्मीद है कि जमीन मिल जाएगी।
दो साल में पूरा होगा काम
एयरपोर्ट निदेशक आरएस मिश्र का कहना है कि अगर जमीन मिल जाए तो हम पूरा एयरपोर्ट टर्मिनल दो साल में बनाकर तैयार कर देंगे। उनका दावा है कि इस काम के बाद केवल रनवे छोड़कर पूरा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का होगा। इससे क्षेत्र का काफी विकास होगा।
- 24 अप्रैल 2014 को एयरपोर्ट एथॉरिटी और राज्य सरकार से एमओयू हुआ है साइन।
- एयरपोर्ट टर्मिनल के लिए राज्य सरकार को उपलब्ध करानी है 82 एकड़ जमीन।
- उमरी गांव में भूमि अधिग्रहण के लिए कई बार प्रशासन की ओर से हुआ है प्रयास।
- 70 फीसदी भूमि अधिग्रहित करने का प्रशासन के अफसरों ने किया है दावा।
- 100 फीसदी जमीन मिलने के दो साल के अंदर पूरा काम कराने का एयरपोर्ट का दावा।
- भूमि अधिग्रहण की बात मात्र से किसान कई बार कर चुके हैं क्षेत्र में हंगामा।
- एयरपोर्ट के साथ ही क्षेत्र के आसपास कई प्रकार के व्यापार की बढ़ जाएंगी संभावनाएं।
- सफर के दौरान इस्तेमाल होने वाले हर सामान उपलब्ध हो सकेंगे नए एयरपोर्ट पर।