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ब्रेन कार्ड बताएगा आपके बच्चे का भविष्य

अगर आप अपने बेटे या बेटी के करियर को लेकर चिंतित हैं। इस बात को लेकर उलझन में हैं कि उसे आर्ट्स, साइंस किस स्ट्रीम में पढ़ाया जाए तो आपके लिए ब्रेन कार्ड उपयुक्त विकल्प हो सकता है। इस कार्ड के माध्यम...

ब्रेन कार्ड बताएगा आपके बच्चे का भविष्य
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 22 Mar 2017 10:50 AM
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अगर आप अपने बेटे या बेटी के करियर को लेकर चिंतित हैं। इस बात को लेकर उलझन में हैं कि उसे आर्ट्स, साइंस किस स्ट्रीम में पढ़ाया जाए तो आपके लिए ब्रेन कार्ड उपयुक्त विकल्प हो सकता है। इस कार्ड के माध्यम से आपके बच्चे या यूं कहें किसी भी व्यक्ति के मस्तिष्क की मैपिंग कर बारीक से बारीक जानकारियां प्राप्त की जा सकती हैं।

ब्रेन मैपिंग से पता चलती है बच्चे की क्षमता

बच्चे के मस्तिष्क की मैपिंग कर पता किया जा सकता है कि उसके लिए कौन सी स्ट्रीम उपयुक्त होगी, उसे कौन सा विषय पढ़ने में अच्छा लगता है, उसका जेनेटिक टैलेंट क्या है, उसकी कंसन्ट्रेशन पॉवर कितनी है, उसमें कितना धैर्य है, कितनी क्रिएटिविटी है, इनोवेशन और प्रॉब्लम को साल्व करने की कितनी क्षमता है। यहां तक कि वह किसी जॉब के किस क्षेत्र के लिए उपयुक्त होगा इस बारे में भी पता किया जा सकता है। अगर आपके बच्चे ने एमबीए किया है तो इस मैपिंग के पता कर सकते हैं कि उसके लिए मार्केटिंग ठीक रहेगा, एचआर या फिर फाइनेंस उपयुक्त होगा।

ब्रेनोस्कोपी कर तैयार होता है कार्ड

दिल्ली स्थित ब्रेन बिहैवियर रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया (बीबीआरएफआई) के अध्यक्ष डॉ. आलोक मिश्र ने एमएनएनआईटी में आयोजित सेमिनार में इस बारे में जानकारी दी। ब्रेन कार्ड उनके द्वारा विकसित की गई तकनीकी 4डी ब्रेन एनालिसिस (ब्रेनोस्कोपी) से तैयार किया जाता है। 4डी में जो चार डाइमेंशन हैं उसमें ब्रेन मैपिंग के साथ डीएनए, बायोलॉजिकल और फिजियोलॉजिकल मैपिंग है। बायोटेक्नोलॉजी विभाग की ओर से आयोजित सेमिनार में उन्होंने मानव मस्तिष्क के बारे में जानकारी देने के साथ ही सबके सामने अपनी मशीन से एमएनएनआईटी हेल्थ सेंटर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. शैलेंद्र मिश्र की ब्रेन मैपिंग भी की।

लड़कियां रह गईं स्तब्ध

डॉ. मिश्र ने कार्यक्रम में मौजूद दो लड़कियों और एक लड़के को बुलाकर उनकी आंखों की पुतली तथा उनकी नोटबुक और हैंडराइटिंग देखकर उनके बारे में जो जानकारियां दीं उससे न केवल लड़कियां बल्कि वहां मौजूद लोग भी स्तब्ध रह गए। बायोटेक्नोलॉजी की एक लड़की के बारे में उन्होंने कहा कि उसे यह विषय अच्छा नहीं लगता है वह नेता बनना चाहती है। लड़की ने स्वीकार किया कि यह सच है।

5000 में तैयार होता है ब्रेन कार्ड

डॉ. मिश्रा ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा ब्रेन कार्ड दो से पांच हजार रुपये में तैयार किया जाता है। बगैर डीएनए मैपिंग के कार्ड दो हजार जबकि इसके साथ पांच हजार में तैयार होता है। बताया कि इस तरह की मैपिंग कराने के इच्छुक लोग उनकी संस्था की बीबीआरएफआई की वेबसाइट जाकर एप्वाइंटमेन्ट ले सकते हैं।

उत्तराखंड सरकार ने की थी पहल

डॉ. मिश्र ने बताया कि उत्तराखंड की पूर्ववर्ती सरकार के शिक्षा मंत्री ने पूरे उत्तराखंड के बच्चों की ब्रेन मैपिंग कराने के लिए ‘उत्तराखंड का एक कदम, बच्चे जाने अपना दम स्लोगन से एक कार्यक्रम चलाने की पहल की थी। मंत्री ने सीबीएसआई के सेंट्रल एडवाइडरी बोर्ड ऑफ एजूकेशन (कैब) की बैठक में देशभर के कक्षा छह के बच्चों की ब्रेन मैपिंग कराने का प्रस्ताव भी रखा था।

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