मतदान में शहर दक्षिणी में सर्वाधिक वृद्धि, उत्तरी में भी इजाफा
जिले की 12 सीटों में से जिन पांच सीटों पर 2012 के चुनाव के सापेक्ष मत प्रतिशत की वृद्धि हुई है उसमें शहर दक्षिणी पहले पायदान पर है। करछना दूसरे तो उत्तरी तीसरे स्थान पर है।आंकड़े गवाह हैं कि मतदान पर...
जिले की 12 सीटों में से जिन पांच सीटों पर 2012 के चुनाव के सापेक्ष मत प्रतिशत की वृद्धि हुई है उसमें शहर दक्षिणी पहले पायदान पर है। करछना दूसरे तो उत्तरी तीसरे स्थान पर है।
आंकड़े गवाह हैं कि मतदान पर मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों का असर दिखा है। जिला प्रशासन और ‘हिन्दुस्तान के ‘आओ राजनीति करें अभियान के अंतर्गत हुए कार्यक्रमों के दौरान शहरी मतदाताओं की जमकर आलोचना हुई। नतीजा रहा कि शहर की तीन में दो सीटों का मत प्रतिशत गत चुनाव की अपेक्षा बढ़ा है।
शहर दक्षिणी के मत प्रतिशत में सर्वाधिक 4.96 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2012 में इस इलाके में 45.04 प्रतिशत वोट पड़े थे जबकि इस बार 50 प्रतिशत वोटिंग हुई है। शहर उत्तरी का मत प्रतिशत भी गत चुनाव की तुलना में बढ़ा है। 2012 में यहां 40.87 प्रतिशत मत पड़े थे। इस बार 2.13 की वृद्धि के साथ 43 प्रतिशत मतदान हुआ है। 2012 की तुलना में करछना के वोटिंग प्रतिशत में 3.35 का इजाफा हुआ है जबकि फाफामऊ, सोरांव में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है।
2012 की तुलना में शहर पश्चिमी के मतदान प्रतिशत में सर्वाधिक कमी आई है। 2012 में इस सीट पर 51.74 प्रतिशत वोट पड़े थे जबकि इस बार 48.60 प्रतिशत मतदान हुआ है। स्पष्ट है कि 3.14 प्रतिशत की कमी आई है। इसी तरह 2012 की तुलना में प्रतापपुर के मत प्रतिशत में 2.38, हंडिया के मत प्रतिशत में 2.03 और मेजा में एक प्रतिशत मत कम हुए हैं। बारा, कोरांव और फूलपुर में मामूली कमी आई है।
यहां हुई बढ़ोत्तरी
क्षेत्र कितनी वृद्धि
शहर दक्षिणी 4.96 प्रतिशत
करछना 3.35 प्रतिशत
शहर उत्तरी 2.13 प्रतिशत
फाफामऊ 0.24 प्रतिशत
सोरांव 0.08 प्रतिशत
यहां हुई कमी
शहर पश्चिमी 3.14 प्रतिशत
प्रतापपुर 2.38 प्रतिशत
हंडिया 2.03 प्रतिशत
मेजा 1.00 प्रतिशत
फूलपुर 0.91 प्रतिशत
बारा 0.03 प्रतिशत
कोरांव 0.62 प्रतिशत