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जल निगम के सेवानिवृत अधिकारियों की पुनर्नियुक्ति पर उठा सवाल

कहा-इतना ही जरूरी है तो अधिवर्षता आयु आजीवन कर दिया जाएलखनऊ। प्रमुख संवाददाताजल निगम में 70 साल की उम्र में भी पूर्व प्रबंध निदेशकों व मुख्य अभियंताओं पुनर्नियुक्ति पर कर्मचारियों ने सवाल उठाया है।...

जल निगम के सेवानिवृत अधिकारियों की पुनर्नियुक्ति पर उठा सवाल
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Feb 2017 08:45 PM
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कहा-इतना ही जरूरी है तो अधिवर्षता आयु आजीवन कर दिया जाए

लखनऊ। प्रमुख संवाददाता

जल निगम में 70 साल की उम्र में भी पूर्व प्रबंध निदेशकों व मुख्य अभियंताओं पुनर्नियुक्ति पर कर्मचारियों ने सवाल उठाया है। सेवारत व सेवानिवृत कर्मचारी संघटनों ने मुख्य सचिव व राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा कि यदि सेवानिवृत के बाद भी उनकी सेवाएं इतनी जरूरी है तो उन पदों पर तैनात रहे अधिकारियों की अधिवर्षता आयु आजीवन कर दिया जाए। जिससे वह घर बैठकर वेतन लेने के बजाए कार्यलय में अपनी सेवाएं तो देते रहें।

उप्र जल निगम कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अजय पाल सिंह सोमवंशी ने मुख्य सचिव व उप्र जल निगम पेंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव गिरीश कुमार वर्मा ने राज्यपाल को पत्र भेजा है। उनका कहना है कि हालत यह हो गई है कि निगम में प्रबंध निदेशक व मुख्य अभियंता के पद से जो भी अधिकारी 60 वर्ष की अधिवर्षता आयु पूरी करने पर सेवानिवृत हो रहा है निगम में संविदा पर सेवानिवृत के अंतिम माह के वेतन पर पुनर्नियुक्त हो जा रहा है। एक ऐसे मुख्य अभियंता की पुनर्नियुक्ति प्रदान की गई, जो 12 वर्ष पहले सेवानिवृत हो चुके थे। एक मुख्य अभियंता रहे अधिकारी को भर्ती घोटाला का चार्जशीट मिल चुकी है। दूसरे को हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि 65 वर्ष की आयु के बाद कहीं भी प्रतिनियुक्ति न दी जाए। इसके बावजूद 70 साल की उम्र में भी वह प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं। उन्होंने सेवानिवृति के दौरान मिल रहे वेतन के बराबर पुनर्नियुक्ति में पारिश्रमिक की मांग की है।

कर्मचारी नेताओं ने कहा कि एक ओर बजट का टोटा बताकर कर्मचारियों व पेंशनधारकों को पिछले चार माह से वेतन व पेंशन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। कर्मचारियों का लगभग 700 करोड़ रुपए बकाया पहुंच चुका है। वहीं सेवानिवृत हो चुके अधिकारियों को पुनर्नियुक्ति देकर करोड़ों रुपए व्यय बढ़ा दिया गया है। शासन के प्रतिबंध के बावजूद नियुक्तियां की जा रही हैं। उन्होंने मुख्य सचिव व राज्यपाल से कहा है कि उच्च अधिकारियों को उपकृत करना ही है तो प्रबंध निदेशक व मुख्य अभियंता के पदों की अधिवर्षता आयु आजीवन कर दी जाए। जिससे वह जवाबदेही व जिम्मेदारी के साथ जल निगम में आकर कार्य तो करें।

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