गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की तैयारियों में जुटे अफसर
सूबे में नई सरकार के गठन के साथ ही पीवीवीएनएल अफसरों ने 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने की तैयारियां शुरू कर दी। साथ ही सुनिश्चित कराया जा रहा है कि 72 घंटे में खराब अथवा फुंका हुआ ट्रांसफार्मर हर सूरत...
सूबे में नई सरकार के गठन के साथ ही पीवीवीएनएल अफसरों ने 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने की तैयारियां शुरू कर दी। साथ ही सुनिश्चित कराया जा रहा है कि 72 घंटे में खराब अथवा फुंका हुआ ट्रांसफार्मर हर सूरत में बदल दें।
सोमवार को पश्चिमांचल के सभी जोनों के मुख्य अभियंताओं के साथ प्रबंध निदेशक अभिषेक प्रकाश और निदेशक कॉमर्शियल अरविंद राजवेदी ने समीक्षा बैठक की। अफसरों को उम्मीद है कि गुजरात की तर्ज पर यूपी में भी शहर से लेकर देहात तक सरकार 24 घंटे बिजली आपूर्ति के निर्देश जारी कर सकती है। अभी तक शासनादेश के मुताबिक गांवों को 18 घंटे, तहसील मुख्यालयों को 20 तथा जिला-मंडल मुख्यालयों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति दी जा रही है।
एमडी ने मुख्य अभियंताओं से देहात क्षेत्रों के बिजलीघरों, लाइनों की स्थिति की रिपोर्ट मांगी। साथ ही निर्देश दिए कि जिन इलाकों में काम कराने की जरूरत है। वहां बिजली सदृढ़ीकरण का कार्य कराए। साथ ही कहा कि 72 घंटे में ट्रांसफार्मर बदलने का व्यवस्था बरकार रहे। इसमें किसी भी प्रकार का कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। साथ ही राजस्व वसूली लक्ष्य भी पूरे करने के निर्देश दिए।
अगले पांच महीनों में बनेंगे 137 बिजलीघर
मेरठ। अगले पांच महीनों के भीतर पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में शहरी क्षेत्र में 65 और देहात क्षेत्र में 72 बिजलीघरों का निर्माण होगा। निदेशक कॉमर्शियल अरविंद राजवेदी ने बताया कि बजट के अभाव में बिजली सदृढ़ीकरण के कार्य रूके हुए है। चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के साथ ही अब बजट जारी होगा और रूके कार्य पूरे होंगे।
किसानों पर बकाए को लेकर अफसर चिंतित
पीवीवीएनएल के अफसर किसानों द्वारा बिजली बिलों की अदायगी नहीं किए जाने को लेकर चिंतित हैं। अफसरों का कहना है कि जिस तरह से शासनादेश के मुताबिक लगातार बिजली आपूर्ति देहात क्षेत्र को की जा रही है, उस अनुपात में किसान बिजली बिल की अदायगी नहीं कर रहे। अफसरों की चिंता है कि यदि बकाया नहीं आएगा तो बिजली आपूर्ति को लेकर कुछ दिक्कतें सामने आ सकती है।