गोरा पड़ाव के जंगल में मिली अपहृत बच्ची
कुसुमखेड़ा क्षेत्र में मंगलवार देर शाम अपहृत की गई आठ साल की बच्ची 12 घंटे बाद गोरा पड़ाव के जंगल में मिली। पुलिस ने बच्ची का मेडिकल कराया है। साथ ही आरोपी ऑटो चालक की तलाश जारी है। मूलत: बहराइच,...
कुसुमखेड़ा क्षेत्र में मंगलवार देर शाम अपहृत की गई आठ साल की बच्ची 12 घंटे बाद गोरा पड़ाव के जंगल में मिली। पुलिस ने बच्ची का मेडिकल कराया है। साथ ही आरोपी ऑटो चालक की तलाश जारी है।
मूलत: बहराइच, यूपी निवासी एक महिला छह माह पहले मजदूरी के लिए हल्द्वानी आई थी। यहां कुसुमखेड़ा के पास आरके टेंट हाउस रोड पर वह एक निर्माणाधीन मकान में काम कर रही है। इसके पास ही दस वर्षीय बेटे और आठ साल की बेटी संग झोपड़ी बनाकर रहती है। मंगलवार को महिला मजदूरी के लिए मंडी गई थी। शाम पांच बजे वह लौटी तो बेटी गायब थी। बेटे ने बताया कि दोपहर में एक ऑटोवाला झोपड़ी के पास आया था। उसने पहले तो बच्चों से बीड़ी मंगवाई। इसके बाद वह दोनों को घुमाने के बहाने ले गया। कुछ आगे जाकर उसने भाई को उतार दिया, जबकि बच्ची को लेकर फरार हो गया।
पुलिस ने महिला के बेटे के बताए रास्ते पर सघन तलाशी की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, ऑटो-टैक्सी स्टैंड पर भी पता नहीं चला। बुधवार सुबह करीब चार बजे बच्ची गोरा पड़ाव के जंगल में एक ठेकेदार को मिली। उन्होंने बच्ची को मोहल्ले की ही आशा कार्यकत्री के सुपुर्द कर दिया। सुबह आशा कार्यकत्री ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को अपनी सुरक्षा में लेकर उसका मेडिकल टेस्ट कराया है। सीओ लोकजीत सिंह ने बताया कि आरोपी ऑटो चालक की गिरफ्तार के प्रयास में पुलिस जुटी हुई है।