बिहार में चुनाव के वक्त मिथिला में ब्राह्मणों की उपेक्षा को लेकर एक सवाल पूछे जाने पर सूबे के भवन निर्माण मंत्री व प्रदेश जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने सवाल को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालते ही मैंने सबसे पहले पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को जदयू की सदस्यता दिलायी। वे बक्सर के ब्रह्मण हैं।
दरभंगा की बात करें तो यहां उपस्थित डॉ. दिलीप कुमार चौधरी और बेनीपुर विधायक सुनील चौधरी भी ब्राह्मण हैं। वे मंगलवार को डॉ. दिलीप कुमार चौधरी के आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से रूबरू थे। डॉ. दिलीप कुमार चौधरी जदयू के अधिकृत विधान पार्षद उम्मीदवार हैं। मंगलवार को उन्होंने दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पर्चा भरा है।
इससे पहले चिराग के एनडीए में बने रहने को लेकर एक सवाल के जवाब में प्रदेश जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि लोजपा हम लोगों के साथ ही चुनाव लड़ेगी। चिराग पासवान ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी सात निश्चय की चर्चा की थी और प्रदेश के विकास के विभिन्न आयामों को रखा था। इस बार एनडीए दो सौ से अधिक सीटें जीतेगा। उन्होंने कहा कि सीटों की मांग को लेकर चिराग पासवान की ओर से अभी तक अधिकृत तौर पर कोई बयान नहीं आया है।
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान में लोगों का आशीर्वाद डॉ. दिलीप कुमार चौधरी को मिलेगा ऐसा मेरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि डॉ. चौधरी की दो पीढ़ियां विधान परिषद में रहकर शिक्षकों की सेवा करती आ रही हैं। मैं अपनी ओर से इन्हें जीत की शुभकामनाएं देता हूं। संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों की आर्थिक समस्या के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पहले तो इनके अनुदान की व्यवस्था भी नहीं थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से यह व्यवस्था की गई। इनकी बेहतरी के लिए आगे भी मुख्यमंत्री की कई योजनाएं हैं जिन पर आगामी दिनों में विचार किया जाएगा।