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भूमि के बदले नौकरी चाहिए, आश्वासन पत्र नहीं

मुंगेर रेल सह सड़क पुल परियोजना पूरा होने के करीब दो साल बाद भी पुल के रेल एलाइनमेंट के लिए जमीन देने वाले किसानों को रेल मंत्रालय द्वारा अब तक नौकरी नहीं दी गयी है। इससे...

भूमि के बदले नौकरी चाहिए, आश्वासन पत्र नहीं
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायSun, 15 Jul 2018 08:00 PM
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मुंगेर रेल सह सड़क पुल परियोजना पूरा होने के करीब दो साल बाद भी पुल के रेल एलाइनमेंट के लिए जमीन देने वाले किसानों को रेल मंत्रालय द्वारा अब तक नौकरी नहीं दी गयी है। इससे नाराज किसानों ने हाजीपुर जोनल कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है।

रविवार को सबदलपुर स्टेशन परिसर से सटे मोहनपुर गांव में आयोजित भूदाता किसानों की बैठक में किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष देवव्रत सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष धर्मराज यादव आदि ने कहा कि पुल के रेल मार्ग एलाइनमेंट के लिये वर्ष 2011 में ही किसानों की जमीन ली गई। तब रेलवे ने भूदाता किसानों को रेलवे में नौकरी देने की घोषणा की थी। लेकिन आज तक एक भी किसान को नौकरी नहीं दी गयी है।

कहा कि आलम यह है कि मंडल कार्यालय की ओर से नौकरी को लेकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने का पत्र भेजकर लगातार गुमराह किया जा रहा है। किसानों ने कहा कि उन्हें घोषणा के मुताबिक जमीन के बदले नौकरी चाहिए आश्वासन पत्र नहीं। भूदाता किसान 5 साल से सोनपुर मंडल व हाजीपुर जोनल कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते परेशान हैं। लेकिन सरकार व अधिकारी टाल-मटोल कर रहे हैं। नौकरी की आस में अपनी जमीन गंवा चुके किसानों के समक्ष जीविकोपार्जन का संकट आ गया है। ऐसे हालात में आंदोलन ही एक मात्र रास्ता बचा है।

सीरैया गांव निवासी किसान रामाशीष यादव, मोहनपुर निवासी हरेन्द्र शर्मा, राजीव शर्मा, रजनीश कुमार आदि ने कहा वे लोग आंदोलन की कड़ी में पहले मंडल व जोनल कार्यालय में बेमियादी अनशन करेगें। इसके बाद भी पहल नहीं हुई तो वे लोग सामूहिक आत्मदाह करेंगे। मौक़े पर संजीत सिंह, राजीव सिंह, परिमल यादव, कृष्णमोहन सिंह, अविनाश कुमार, ललित साह, राजकुमार भारती, शंकर शर्मा, धीरेन्द्र शर्मा, राम नगीना सिंह, अनिरुद्ध सिंह, नरेश सहनी आदि मौजूद थे।

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