कहलगांव : उल्टा पुल तोड़ने के लिए विशेषज्ञों ने किया निरीक्षण
कहलगांव में तीन दिसंबर को आरओबी 127 यानी उल्टा पुल को तोड़े जाने को लेकर गुरुवार को वैज्ञानिकों की टीम ने पुल का निरीक्षण किया तथा रेल अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। घनी आबादी के बीच पुल के रहने...
कहलगांव में तीन दिसंबर को आरओबी 127 यानी उल्टा पुल को तोड़े जाने को लेकर गुरुवार को वैज्ञानिकों की टीम ने पुल का निरीक्षण किया तथा रेल अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। घनी आबादी के बीच पुल के रहने के कारण पुल ध्वस्त करने को लेकर विशेष एहतियात बरते जाएंगे ताकि अनहोनी से बचा जा सके तथा आसपास की दुकानों और मकानों को क्षति होने से बचाया जा सके।
धनबाद से पहुंचे वैज्ञानिक डॉ. सी सांवलियाना, पी हेम्ब्रम और नवीन कुमार ने पुल के निचले और ऊपरी भागों समेत आसपास के क्षेत्रों का बारीकी से निरीक्षण किया। इसके बाद साथ चल रहे रेलवे के उप अधीक्षक जे कुमार तथा आईओडब्लू नीरज कुमार को पुल के ऊपर से गुजरे पाइप लाइन को हटाने, ब्लास्ट के दिन आसपास की दुकानों-मकानों को खाली कराने तथा पुल के पायों में सुराख बनाने के काम में तेजी लाने का निर्देश दिया।
रेल के आईओडब्लू नीरज कुमार ने बताया कि पुल के पिलरों को पहले बालू भरी बोरियों से पूरी तरह ढका जाएगा, उसके बाद करकट के शीट से कवर कर दिया जाएगा ताकि ब्लास्ट के बाद मलबा उड़कर अधिक दूर नहीं जा सके। दो दिन पहले पुल से पैदल आवाजाही रोक दी जाएगी तथा पुल से करीब 50 मीटर दूरी पर दोनों ओर बैरियर लगाये जाएंगे। पुल के पायों में सुराख बनाने का काम शुक्रवार से शुरू किया जाएगा। इस बीच पुल के नीचे से 20 किलोमीटर की रफ्तार से कॉशन पर ट्रेनें गुजारी जा रही हैं।