लखीसराय में रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त, किऊल-झाझा के बीच परिचालन बाधित
पूर्व मध्य रेलवे के किऊल-झाझा स्थित लाखोचक और महेशलेटा हॉल्ट के बीच कथित रूप से असमाजिक तत्वों ने रेलवे पटरी की चाबी निकाल ली। इसकी वजह से वहां से गुजर रही मालगाड़ी बेपटरी हो गई और मालगाड़ी के बेपटरी...
पूर्व मध्य रेलवे के किऊल-झाझा स्थित लाखोचक और महेशलेटा हॉल्ट के बीच कथित रूप से असमाजिक तत्वों ने रेलवे पटरी की चाबी निकाल ली। इसकी वजह से वहां से गुजर रही मालगाड़ी बेपटरी हो गई और मालगाड़ी के बेपटरी पहियों ने करीब आधा किलोमीटर तक पटरी को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालांकि ग्रामीणों की सजगता से एक बड़ा हादसा बच गया। हादसे की वजह से इस रेलखंड पर कई घंटे तक कई यात्री ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों रुकी रही। घटना रविवार की शाम की है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार किऊल झाझा रेलखंड के डाउन ट्रैक पर 42 बोगी वाली मालगाड़ी की 17वें बोगी के दो पहिये बेपटरी हो गये। बेपटरी पहियों ने लगभग 25 से 30 रेल पटरियों के स्लीपर और चाबी को क्षतिग्रसत कर दिया। वहां से गुजर रहे ग्रामीणों ने इसकी सूचना रेल अधिकारियों को दी। उसके बाद ट्रेन मालगाड़ी को बंशीपुर में रोक दिया गया। ट्रैक क्षतिग्रस्त होने के कारण उस होकर गुजरनेवाली यात्री ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया। रात नौ बजे तक रेल अधिकारी अप ट्रैक की जांच कर एक ट्रैक से रेल परिचालन बहाल करने को लेकर विचार विमर्श कर रहे थे। मननपुर स्टेशन प्रबंधक ने मालगाड़ी के एक बोगी के दो चक्के के उतरने की बात कही।
कई महत्वपूर्ण सवारी ट्रेनें बाल-बाल बची
बता दें कि छह बजे के बाद उस पटरी पर विभूति एक्सप्रेस, पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस, मौर्य एक्सप्रेस, ईएमयू, मिथिला एक्सप्रेस, भागलपुर-रांची एक्सप्रेस, उपासना एक्सप्रेस, पटना-कोलकाता गरीब रथ, छपरा-टाटा एक्सप्रेस, पटना-कोलकाता एक्सप्रेस, साउथ बिहार-राजेंद्र नगर जैसी महत्वपूर्ण सवारी गाड़ियों को इस रेलखंड से गुजरना था। लेकिन सूचना के बाद सभी ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोककर पटरी की मरम्मत की गई।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार करीब आधा किलोमीटर तक पटरी से चाबी खोलने के कारण पटरी क्षतिग्रस्त हुई है। पूरी जानकारी हासिल की जा रही है। फिलहाल परिचालन बंद है। आकलन किया जा रहा है। आकलन के बाद जल्द ही परिचालन शुरू करने की कोशिश रहेगी। - विकास कुमार चौरसिया, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, किऊल