मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में 10 वर्षीय बच्ची की हत्या कर लाश बागीचे में फेंकने के मामले में मधुसूदनपुर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। बच्ची के अपहरण से अबतक आठ दिन बीतने के बावजूद अपहरण व हत्या के मुख्य सहित अन्य आरोपी अभी तक फरार है।
पुलिस लगातार विभिन्न इलाकों की खाक छान रही है, लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही है। सोमवार को अपहरण के आरोपी एक करीबी रिश्तेदार को स्थानीय पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। मधुसूदनपुर में अपराध का ग्राफ बढ़ता देखकर स्थानीय लोगों का पुलिस से भरोसा उठता जा रहा है। लोग आंदोलन के मूड में हैं। घटना को लेकर ग्रामीण भयभीत हैं। लोगों का कहना है कि जबतक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होगी तबतक गांव में शांति नहीं आएगी।
पुलिस जल्द अगर सख्त कार्रवाई नहीं करती है तो सभी सड़क पर उतरेंगे। आलम यह है कि गांव की महिलाएं भय से घटनास्थल स्थित बागीचे के आसपास जाने से डर रही हैं। बताया जाता है कि पीड़ित परिवार के घर के समीप जिस झोपड़ी में नशेड़ियों का अड्डा लगता था उसमें घटना की रात करीब आधा दर्जन से अधिक गंजा पीने वाले बदमाश मौजूद थे। गौरतलब हो कि बीते 11 नवंबर की रात आठ बजे नाबालिग बच्ची का अपहरण कर लिया गया था। छठे दिन उसका क्षत-विक्षत शव बगीचा में मिला था। पीड़ित पिता ने पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मामला 14 नवंबर को दर्ज कराया था।