ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार लखीसरायट्रेन की कमी, परदेश लौटना हुआ मुश्किल

ट्रेन की कमी, परदेश लौटना हुआ मुश्किल

दीपावली एवं छठ पर्व के मौके पर घर आए लोगों को अब वापस लौटने में फजिहत झेलना पड़ रहा है। कोरोना काल में ट्रेन की किल्लत, परदेश लौटने वाले लोगों को मुश्किले बढ़ा दी है। तत्काल टिकट को लेकर भी मारामारी...

ट्रेन की कमी, परदेश लौटना हुआ मुश्किल
हिन्दुस्तान टीम,लखीसरायTue, 24 Nov 2020 09:50 PM
ऐप पर पढ़ें

दीपावली एवं छठ पर्व के मौके पर घर आए लोगों को अब वापस लौटने में फजिहत झेलना पड़ रहा है। कोरोना काल में ट्रेन की किल्लत, परदेश लौटने वाले लोगों को मुश्किले बढ़ा दी है। तत्काल टिकट को लेकर भी मारामारी शुरू है। दानापुर एवं मालदा मंडल द्वारा विभिन्न रूटों पर करीब एक दर्जन स्पेशल एवं पूजा स्पेशल ट्रेनों के साथ ही नियमित ट्रेन चला रखी है। बावजूद परदेश लौटना किसी जंग जीतने के समान हो रहा है। कंफर्म टिकटधारी को ही स्पेशल व पूजा स्पेशल ट्रेनों में सफर करने की अनुमति है। लेकिन कई ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट की टिकट पर ही यात्री सवार होकर यात्रा करने को विवश है। कोलकता, दिल्ली एवं मुंबई जाने की भीड़ अधिक : यात्रियों की मानें तो कंपर्म टिकट नहीं मिलने की स्थिति में वेटिंग टिकट पर ही सवार होना पड़ रहा है। इसका कोई दूसरा वैकल्पिक रास्ता भी नहीं है। वैसे सबसे अधिक माहामारी दिल्ली एवं कोलकत्ता जाने वाली ट्रेनों में है। इन दोनों रूर्ट के ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है। वैसे तो हर साल छठ संपन्न होने के बाद दिल्ली, कोलकत्ता, मुंबई सहित अन्य राज्यों में रोजी रोटी कमाने के लिए लोग जाते है, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से लंबी दूरी की ट्रेन बंद रहने से आफत हो गई है।

प्राइवेट वाहन का ही सहारा ट्रेनों की कमी के कारण लोग निजी वाहन का भी सहारा ले रहे है। पटना, कोलकाता, रांची, धनवाद, पश्चिम बंगाल जाने वाले लोग छोटे वाहन रिजर्ब कर काम पर लौट रहे हैं। स्कॉर्पियो, बोलेरो और सुमो जैसी गाड़ियों की बुकिंग धड़ल्ले से हो रही है। एक वाहन में आधा दर्जन लोग सवार होकर काम पर लौट रहे है। इस दौरान जेब थोड़ा ढ़ीला करना पड़ रहा है। पटना जाने के लिए पांच हजार देना पड़ रहा है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें