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प्लेटफॉर्म पर खड़ी होने से पहले सप्तक्रांति की जनरल सीटों की लगती बोली

प्लेटफॉर्म पर खड़ी होने से पहले सप्तक्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस की जनरल बोगी की सीटों के लिए बोली लगती है। इस गोरखधंधे में कई कुली के अलावा सीट पर कब्जा करने वाले गिरोह भी शामिल हैं। प्रतिदिन दोपहर...

प्लेटफॉर्म पर खड़ी होने से पहले सप्तक्रांति की जनरल सीटों की लगती बोली
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरTue, 05 Jun 2018 01:29 AM
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प्लेटफॉर्म पर खड़ी होने से पहले सप्तक्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस की जनरल बोगी की सीटों के लिए बोली लगती है। इस गोरखधंधे में कई कुली के अलावा सीट पर कब्जा करने वाले गिरोह भी शामिल हैं। प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से साढ़े 12 बजे तक जनरल सीटों के लिए बोली लगती है। सीटें उपलब्ध कराने के लिए कुली व गिरोह के सदस्य यात्रियों से पचास से सौ रुपये तक लेते हैं। सौदा पक्का होने पर कुली व गिरोह के सदस्य यात्रियों को सीटें उपलब्ध कराते हैं। यात्रियों को सीट पर बैठाते भी हैं। यह सारा खेल जीआरपी व आरपीएफ की मौजूदगी में होता है।

जीआरपी व आरपीएफ के अधिकारी व जवान सबकुछ देखकर भी मुंह फेर लेते हैं। लिहाजा यात्रियों को किराया 275 रुपये के अलावा जनरल सीट पर बैठने के लिए सौ रुपये अलग से कुली व गिरोह के सदस्यों को देने पड़ते हैं। यह खेल सोमवार को भी बेरोकटोक जारी रहा। धंधे में शामिल दर्जन भर से अधिक कुली व गिरोह के सदस्य ने करीब सौ से अधिक यात्रियों से सीटों के एवज में रुपये वसूले। सौदा पक्का होने पर यात्रियों से गमछा व रूमाल ले लिया गया। ट्रेन प्लेटफॉर्म पर खड़ी होने से पूर्व कुली व गिरोह के सदस्य आपातकालीन खिड़की से बोगी में प्रवेश करते हैं और सीटों पर गमछा व रूमाल रख देते हैं। इन सीटों पर बैठने वाले यात्रियों से भी सौ-सौ रुपये वसूली होती है। साथ ही एडवांस में रुपये देने वाले यात्रियों को भी सीटें उपलब्ध कराई जाती हैं।

आरक्षित बोगी में नो रूम से बढ़ी मारामारी: सप्तक्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस की आरक्षित बोगियों में नो रूम व लंबी वेटिंग लिस्ट को लेकर जनरल बोगी में सीटों को लेकर मारामारी बढ़ गई है। इससे सीट की सौदेबाजी करने वाले कुलियों व गिरोह के सदस्यों का भी धंधा चमक गया है। यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाया जा रहा है जबकि पुलिस से लेकर रेलवे का खुफिया विभाग चुप्पी साधे हुए है।

सीट को लेकर अक्सर होती है मारपीट: सप्तक्रांति की जनरल बोगियों में सीटों को लेकर अक्सर यात्रियों के बीच मारपीट होती है। एक ओर यात्री कहते हैं कि इसे उसने कुली व गिरोह के सदस्य को रुपये देकर खरीदा है जबकि दूसरे यात्री का तर्क होता है कि वह पहले आया है, इसलिए सीट उसका है। सीटों के धंधे के कारण होने वाले मारपीट में यात्री जख्मी भी होते हैं।

सप्तक्रांति एक्सप्रेस की जनरल बोगी में सीट के लिए यात्रियों से अवैध वसूली की शिकायत नहीं मिली है। इस संबंध में अधिकारियों व जवानों से जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

-अच्छेलाल सिंह यादव, जीआरपी इंस्पेक्टर

मामले को लेकर जांच कराई जाएगी। मामला सही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। यात्रियों से अवैध वसूली करने वाले कुलियों व बेचने की नीयत से सीट पर कब्जा जमाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

-वेद प्रकाश वर्मा, आरपीएफ इंस्पेक्टर

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