चार घंटे व पांच स्टेशन गुजरने के बाद नहीं मिली मेडिकल सुविधा
अमृतसर से कटिहार जा रही आम्रपाली एक्सप्रेस की एस 7 बोगी के गेट पर एक अज्ञात अधेड़ अचेतावस्था में पड़ा रहा। उसके शरीर में कोई हरकत नहीं थी। गुरुवार को छपरा से ट्रेन के खुलने के बाद से ही यात्री उक्त...
अमृतसर से कटिहार जा रही आम्रपाली एक्सप्रेस की एस 7 बोगी के गेट पर एक अज्ञात अधेड़ अचेतावस्था में पड़ा रहा। उसके शरीर में कोई हरकत नहीं थी। गुरुवार को छपरा से ट्रेन के खुलने के बाद से ही यात्री उक्त अज्ञात को अचेत देख रहे थे। छपरा से मुजफ्फरपुर तक 113 किलोमीटर की दूरी तय करने में ट्रेन को चार घंटे का समय लगा। इस दौरान सोनपुर व हाजीपुर प्रमुख जंक्शन से भी ट्रेन गुजरी। लेकिन उक्त अज्ञात व्यक्ति को न तो मेडिकल सुविधा उपलब्ध हो सकी और न ही कंट्रोल को इसकी जानकारी नहीं लगी।
रात 10.55 बजे मुजफ्फरपुर से ट्रेन कटिहार के लिए रवाना होने के बाद आरपीएफ व जीआरपी ने इसकी जानकारी कंट्रोल के माध्यम से आगे के स्टेशन को सूचना दी। उक्त अधेड़ प्रथम दृष्टया भिखारी या फिर कचरा चुनने वाला प्रतीत हो रहा था। यात्रियों ने आशंका जाहिर की ठंड की वजह से उसकी मौत हो गई होगी।
बोगी में यात्रा कर रहे एक यात्री ने बताया कि उक्त अधेड़ को छपरा में ही अचेतावस्था में देखा था। इसके बाद से ही वह उसी तरह गेट पर पड़ा था। ट्रेन के हाजीपुर से खुलने के बाद एस्कॉर्ट पार्टी ने जीआरपी कंट्रोल को सूचना दी। हालांकि मुजफ्फरपुर जंक्शन पर न आरपीएफ, जीआरपी और न एसएम को इसकी जानकारी थी। इस वजह से डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो सके। एस्कार्ट पार्टी इसके लिए चक्कर काटते रहे। वहीं, आरपीएफ के एसआई अविनाश करोसिया ने बताया कि जांच के दौरान उक्त अधेड़ बोगी में गेट पर पड़ा था। उसके शरीर में कोई हरकत नहीं थी। कंट्रोल के माध्यम से आगे स्टेशन को सूचना दी गई।