हमसफर को फिर किया रद्द, आक्रोश
किराया प्रीमियम और सफर परेशानियों से भरा...। यह बात परिचालन शुरू होने की तिथि दस अप्रैल से ही हमसफर एक्सप्रेस के साथ साबित हो रहा है।गुरुवार को एक बार फिर से कटिहार-दिल्ली वाया सहरसा चंपारण हमसफर...
किराया प्रीमियम और सफर परेशानियों से भरा...। यह बात परिचालन शुरू होने की तिथि दस अप्रैल से ही हमसफर एक्सप्रेस के साथ साबित हो रहा है।गुरुवार को एक बार फिर से कटिहार-दिल्ली वाया सहरसा चंपारण हमसफर एक्सप्रेस के रद्द करने की सूचना से इंतजार कर रहे यात्रियों का आक्रोश बढ़ गया। यात्री इस बात से अधिक आक्रोशित थे कि परिचालन रद्द करने के बाद ना तो बाहर जाने की वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है। ना ही एक दिन पूर्व इसकी जानकारी दी जाती है।
स्टेशन पहुंचने के बाद ही इस ट्रेन के रद्द होने का पता चल पाता है। यात्री रमेश कुमार, मालती देवी ने कहा कि गुरुवार को ट्रेन के निर्धारित समय से मात्र तीन घंटे पहले इसके रद्द होने की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि ट्रेन रद्द करने के बाद रेलवे को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए था। अब 30 किमी दूर गांव वापस लौटना पड़ेगा। आरक्षण काउंटर पर टिकट बनाने आए एक यात्री सुधीर कुमार ने बताया कि दस मई को भी इस ट्रेन के रद्द होने की सूचना एन वक्त पर दी गई थी।
दिल्ली से यह ट्रेन अक्सर 15 से 22 घंटे देरी से पहुंचती है। गुरुवार को भी कटिहार तरफ से हमसफर एक्सप्रेस के रद्द होने की यही वजह बनी। दिल्ली से 22 मई को खुली ट्रेन रिकॉर्ड देर से पहुंची। इस कारण कटिहार से गुरुवार को खुलने वाली चंपारण हमसफर के रद्द होने का एनएफ रेलवे के सीपीटीएम ने पत्र जारी किया। प्राय: देरी से यात्री परेशान हैं।