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Bihar: कोसीवासियों का सपना हुआ साकार, 87 साल बाद 118 किमी की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन, स्टेशन पर इंजन देखने के लिए उमड़ी भीड़

बिहार के कोसीवासियों के लिए शनिवार का दिन खुशी से भरा रहा। आसनपुर कुपहा-निर्मली रेलखंड पर स्पीड ट्रायल के दौरान 118 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से रेलगाड़ी दौड़ी और मात्र पांच मिनट में 6 किलोमीटर की...

Bihar: कोसीवासियों का सपना हुआ साकार, 87 साल बाद 118 किमी की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन, स्टेशन पर इंजन देखने के लिए उमड़ी भीड़
सुपौल हिन्दुस्तान टीमSun, 28 Feb 2021 09:01 PM
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बिहार के कोसीवासियों के लिए शनिवार का दिन खुशी से भरा रहा। आसनपुर कुपहा-निर्मली रेलखंड पर स्पीड ट्रायल के दौरान 118 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से रेलगाड़ी दौड़ी और मात्र पांच मिनट में 6 किलोमीटर की दूरी तय की।

डिप्टी चीफ इंजीनियर निर्माण डीएस श्रीवास्तव के नेतृत्व में आसनपुर कुपहा से निर्मली के बीच चार बार स्पीड ट्रायल किया गया। स्पीड ट्रायल दिन के 12.19 बजे शुरू हुआ और ढाई बजे तक चला। सबसे पहले 60 से 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दो इंज और एक बॉगी वाली ट्रेन चलाई गई। तकरीबन सवा दो घंटे से अधिक समय तक चले ट्रायल को देखने से लोगों की भीड़ जुटी रही। 

1934 में आई विध्वंसकारी भूकंप में ध्वस्त हुए इस रेलखंड पर तेज रफ्तार में ट्रेन को दौड़ते देख तटबंध के अंदर बसे गांवों के लोग खुश नजर आ रहे थे। सपना को साकार होते देखने के लिए लोग रेलवे द्वारा स्पीड ट्रायल के निर्धारित समय सुबह 11 बजे से पहले ही लोग पटरी से दूर समूह में खड़े हो गए थे। ट्रेन से ट्रायल के बाद निर्माण विभाग के अधिकारियों ने पुश ट्रॉली से भी पटरी का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने ट्रायल को सफल बताया है। कहा कि अब इस रेलखंड का ईस्टर्न सर्किल के सीआरएस निरीक्षण करेंगे। रेलवे सूत्रों की मानें तो मार्च के दूसरे सप्ताह में सीआरएस निरीक्षण के लिए डेट निर्धारित हो सकती है। मार्च के अंत तक निर्मली-सरायगढ़ रेलखंड ट्रेन सेवा से जुड़ जाएगा।

सीआरएस से हरी झंडी मिलते ही निर्मली से सरायगढ़ तक ट्रेन सेवा जल्द : सीआरएस की हरी झंडी मिलते ही सरायगढ़ से निर्मली तक ट्रेन सेवा शुरू हो जाएगी। लगभग 88 साल से अधिक समय से कोसी और मिथिलांचल के लोगों को कोसी नदी के बीचों-बीच ट्रेन से सवारी का इंतजार खत्म हो जाएगा। ट्रेन परिचालन शुरू होने से मछली और मखाना उत्पादक किसान को बाजार मिलेगा। किसान बाजार से जुड़ेंगे तो आमदनी बढ़ेगी और इलाके का चहुंमुखी विकास होगा। 

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